ओबेसिटी मेकिंग यू एस गर्ल्स हिट प्यु -बर्टी एट ७ :(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,अगस्त ११ ,२०१० )।
अमरीकी लडकियाँ किशोरपन से पहले ही रजो -दर्शन (मिनार्के )कर रहीं हैं .यौवन -आरम्भ हो रहा है .वय -संधि की उम्र से पहले ही ।
वजह बन रहा है मोटापा . अपने एक एहमअध्ययन में सिन्सिन्नती चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल मेडिकल सेंटर में रिसर्चरों ने हाल ही में ७-८ साला लड़कियों की तुलना ऐसे ही एक और अध्ययन से की जो १९९७ में संपन्न हुआ था . स्तन अध्ययन मेंस्तन विकास से सम्बंधित एक मानक पैमाने का स्तेमाल किया गया .ताकि यह जाना जा सके कौन सी लडकियों ने रजो दर्शन (मिनार्के पहले अटेंड किया )पहले किया .यौवनकी देहलीज़ पर किसका पाँव पहले पड़ा ।
पता चला इस वक्त सात साला लडकियों में से १० फीसद गौरी लडकियाँ जबकि २३ फीसद काली रजो -दर्शन कर रहीं हैं ,मेन्स्त्र्युएत् कर रहीं हैं .जबकि १९९७ में ५%गौरवर्णी तथा १५%काली ही मेंस -त्र्युएत कर रहीं थीं .स्तन विकास भी इसी अनुपात में देखा गया ।
रिसर्चर फ्रेंक बीरो के मुताबिक़ इसका कारण बढ़ता हुआ मोटापा है .लडकियाँ जल्दी जवान दिख रहीं हैं ।
विशेष :१९८० के दशक में भी इस पोस्ट के लेखक ने अखबारों के स्वास्थ्य पन्ने पर इस बाबत लिखा था .तब एक अध्ययन से पता चला था जब लडकियों के शरीर में ज़माफैट का वजन उनके बॉडी वेट का ३० फीसद हो जाता है उन्हें रजो -दर्शन (मेंसिज़ की शुरुआत ) हो जातें हैं .इसीलिए रजोदर्शन की उम्र अलग अलग बनी रहती है .
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