एंटी -बाय्तिक्स और मलेरिया -संक्रमित मच्छरों की ऐसी दुर्भि -संधि करवाई है जर्मन साइंसदानों ने जो एक किस्म की बिना सुईं की मलेरिया -रोधी वेक्सीन का काम अंजाम देगी .यानी यकीन मानिए मच्छर के काटने का मतलब होगा "सिरिंज".मच्छर ही खुद मलेरिया रोधी टीका बन जाएगा .हो सकता है इसी रणनीति से दुनिया भर में हर साल उन दस लाख लोगों को बचा लिया जाए जो मलेरिया संक्रमण के बेकाबू हो जाने से मौत के मुह में चले जातें हैं ।
यह रण -नीति उन इलाकों में बचावी चिकित्सा के रूप में कारगर हो सकती है जहां मलेरिया का प्रकोप है .संक्रमित होने के बाद यह खुद बा खुद मरीज़ को बचा लेगी .यहाँ संक्रमण ही एंटी बाय्तिक्स के साथ इलाज़ बन जाएगा ।
साइंस ट्रांस -लेशन मेडिसन में इस अध्ययन की रिपोर्ट प्रकाशित हुई है .मेक्स प्लांक इंस्टिट्यूट फॉर इन्फेक्सन बायलोजी (बर्लिन )ने इस रिपोर्ट को एक न्यूज़ रिलीज़ के रूप में ज़ारी किया है ।
अध्ययन में साइंसदानों ने चूहों को मलेरिया -संक्रमित मच्छरों की मदद से
मंगलवार, 31 अगस्त 2010
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