(गत पोस्ट से आगे .....)
गोल्डन टोड:(सुनहरी भेक या टोड )इट इज ए स्माल कोल्ड ब्लडइड एनीमल देट हेज़ ए रफ स्किन एंड लिव्ज़ बोथ ऑन लैंडएंड इन वाटर .सुनहरी मेंढक कह सकतें हैं इसे आप ।जल और ज़मीं इसका आवास है .इसकी प्रजाति है -
इन्सिलिअस पेरिग्लेनेस,कोस्टा रिका .१९८९ में इस उभयचर (जल -थल वासी )को आखिरी बार देखा गया .विलुप्त उभयचरों में इसका अप्रतिम ,बहुत ही ख़ास स्थान रहा है ।
१९८० के दशक के आखिरी चरण में देखते ही देखते इसका सफाया हो गया .वहीँ जहां इसका बाहुल्य था .आखिर ऐसा क्या हुआ था ?
गैस्ट्रिक ब्रूडिंग फ्रोग:इसका जैव -वैज्ञानिक नाम है ,र्हेओबत्रचुस (रियो -बत्राकस)वितेल्लिनुस एंड आर .सिलुस .,ऑस्ट्रेलिया .इसे आखिरी बार १९८५ में ही देखा गया ।इसका लालन पल्लवन तो उदर में होता है लेकिन ......
इसका प्रजनन का तरीका एक दम से निराला और विशिष्ठ है .मादा अपने अंडे पहले तो निगल जाती है .फिर इनका पल्लवन अपने पेट (आमाशय )में करती है .प्रसव नन्ने मुन्नों का मुख से करवाती है .
जेक्संस क्लाइम्बिंग सैल -मन्डर:इट इज एन स्माल एनीमल रिज़ेम्ब्लिंग ए लिज़र्द, एन एम्फिबियन देट रिज़ेम्बिल्स ए लिज़र्द बट हेज़ पोरस मोइस्ट स्किन इन -स्टेड ऑफ़ स्केल्स एंड देट लिव्ज़ इन वाटर, एज ए लार्वा एंड ऑन लैंड एज एन एडल्ट ।
अब आइये इसके प्राणी -वैज्ञानिक नाम और प्रजाति पर .-बोलितोग्लोस्सा जेक्सोनी ,गौटेमाला .इसे आखिरी बार १९७५ में देखा गया था .१९७० के दशक के दरमियानी सालों में केलिफोर्निया की एक लैब में केवल दो एक दम से श्याम और पीत वर्णी (स्टनिंग ब्लेक एंड यलो ) सैल -मन्डर थे .इनमे सेभी एक चोरी हो गया था .
दास्तानें इन प्राणियों से जुडी और भी हैं .विस्तार के लिए देखें -हंट इज ऑन (मुंबई मिरर /अगस्त १० ,२०१० ,पृष्ठ २५ )
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