रविवार, 8 अगस्त 2010

खेल खेल में बचाइये अपने नौनिहालों को बरसाती बीमारियों से

बरसाती बीमारियों से अपने नौनिहालों को बचाए रखने का आसान तरीका है खेल खेल में उनमे हाथ धोने की आदत का विकाश करना .इसके लिए पहले आपको बच्चे के संग संग अपने हाथ धोकर दिखलाना होगा .धूल मिटटी गंदगी से सने रहतें हैं खेलते कूदते बच्चों के हाथ .अलावा इसके इनका रोग रोधी तंत्र भी अभी विकाश्मान है .इसीलिए रोग प्रति -रक्षण भी कमज़ोर बना रहता है .ऐसे में हाथ धोने की आदत जल से पैदा ,खासकर गंदे जल से पैदा रोगों से नौनिहालों को कमोबेश बचाए रहने में मददगार सिद्ध होती है .हाथ धोने की आदत को बच्चों की जीवन शैली का अंग बनाइये .
आप जानतें हैं इस मौसम में गंदे पानी को उलीचना बच्चों का शग़ल बन जाता है .फिर वही हाथ नाक,आँख , मुख से लगा लेतें हैं .नतीजा होता है जौंडिस ,गैस्ट्रो -इंटेसटिनल इन्फेक्सन (टाईफाइड,हैजा आदि ).वायरल इन्फेक्सन ,कोल्ड कफ अपनी मौजूदगी का अलग से जब तब एहसास करवाते रहतें हैं ।
बेहद की गर्मी के बाद बच्चों को बरसात में भीगने का भी शौक चस्के की हद तक होता है .ऐसे में कुछ सावधानियां बरतनी भी ज़रूरी हो जातीं हैं .फ़ौरन गीले कपडे जूते आदि बदल वाकर हाथ धुलवाइए लाइफ -बॉय जैसे जर्म -नाशी साबुन से .यदि चमड़ी कहीं से कटी फटी है तो बच्चे को बरसात में मत भीगने दीजिये ।
देखिये बच्चा बिना पकाए खाद्यों का सेवन ना करे .कच्ची तरकारियों को बच्चे के सामने ठीक से देर तक साफ़ कीजिये .इसके बाद अपने हाथ भी साफ़ कीजिये ।
देखिये इस मौसम में बच्चा अपने नाखून हर चंद(किसी भी हाल )ना चबाये ,दांतों से कुतरे .यहीं पर पैथोजंस (रोग -कारकों का डेरा है )।
किचिन को साफ़ सुथरा रखना आपका काम है .बर्तन स्तेमाल से पहले हर बार सादे पानी से एक बार फिर धो लीजिये ।
पब्लिक प्लेस ,पिकनिक सिनेमा हाल आदि परवाश- रूम्स के स्तेमाल के बाद सेनी -ताइज़र का स्तेमाल करिए .
बेशक हाथ धोने की आदत बच्चे में डालना उतना ही मुश्किल काम है जितना उसे हरी तरकारियाँ खिलाना ,साग सब्जी खाना सिखलाना .लेकिन यहाँ हाथ धोने की प्रक्रिया को एक खेल में तबदील किया जा सकता है .जानिएगा कैसे ?
पांच कागज़ की नाव की तरहरंगीन कागज़ की गेंदें बनाइये .लाल ,पीली ,हरी ,गुलाबी ,बसंती .इन पर लिखिए (१)हैजा यानी कालरा (२)जौंडिस (३)वायरल फीवर (४)कफ एंड कोल्ड (५)मलेरिया
इनमे से एक गेंद नाश्ते से पहले हाथ धोने के बाद एक ख़ास कार्ड बोर्ड बिन (डस्ट बिन नहीं )में दूसरी लंच से पहले हाथ धोकर ,तीसरी रात के भोजन से पहले हाथ धोकर .चौथी खेल कूद से लौटने के बाद हाथ धोकर और पांचवीं मलत्याग के बाद हाथ धोकर फैंक देनी है ।
धीरे धीरे हाथ धोने की आदत पड़ जायेगी .ज़रासिमों ,जर्म्स ,तमाम तरह के रोगकारकों ,बेक -टीरिया,परजीवी आदि की तस्वीर बना कर यहाँ वहां घर में चिपकानी है .हर उस चीज़ पर चिपकानी है जिसे बच्चे बड़े छूतें हैं .अब एक चर्चा हो जाए जर्म्स फैलते कैसे हैं ?कैसे बन जातें हैं बीमारियों की वजह .

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