गत पोस्ट से आगे ....
रेग्युलर कंडोम्स जब बनाए गये थे तब किसी ने सोचा भी नहीं होगा एक दिन इनका स्तेमाल एनल इंटर -कोर्स में भी किया जाएगा .समझना होगा -"एनल इंटर -कोर्स हेज़ ए डिफरेंट प्रेसर डायनेमिक्स .नोर्मल लेटेक्स और पोली -युरिथेंन से बने कंडोम गुदा मैथुन के दौरान आराम से फट सकतें हैं .ऐसे में यौन संचारी रोगों के अलावा एच आई वी एड्स का ख़तरा मुह बाए खड़ा रहता है .हाई -रिस्क बिहेवियर में आयेगा एनल इंटरकोर्स और कंडोम का संग साथ .हिफाज़त की यहाँ कोई गारात्न्ती नहीं ।"
चुम्बन आलिंगन (फॉर प्ले )के बाद और प्रवेश से ठीक पहले टोपी पहनने सेपहले आगे की निपिल को दबा कर एयर पोकित को निकाल दीजिये .पहनने के बाद भी ऐसा करें .चिकनाई के लिए किसीभी प्रकार के तेलआधारित लुब्रिकेंट ,वैसलीन ,बटर ,बेबी आइल ,कूकिंग आइल आदि के स्तेमाल से बचें .आम तौर पर कंडोम चिकनाई युक्त ही होतें हैं .वाटर या फिर सिलिकोन आधारित लुब्रिकेंट ही काम में लिए जातें हैं .तेल आधरित चिकनाई लेटेक्स को कमज़ोर बना देती है .डेमेज भी कर सकती है .फिसल कर अन्दर भी जा सकता है यह योनी में ।चिकनाई तो अन्दर ही काफी होती है .आपको प्यार करना आना चाहिए .योर पार्टनर शुद बी वेट बिफोर दी एपिसोड .
निवृत्त होने के फ़ौरन बाद कंडोम को लिंग मूल से पकड़कर सावधानी पूर्वक निकाल लीजिये .इंतजारी खेल बिगाड़ सकती है .काम तो आपका हो ही चुका .अब लोभ लालच कैसा ?साथी का भी तो ध्यान रखिये .
सोमवार, 23 अगस्त 2010
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