व्हाट इज अ सैनी -टा -इज़र ?
किसी भी सतह को धूल मिटटी ,गर्द -गुबार ,किसी भी तरह की गंदगी ,जीवाणुआदि से रहित बनाने के लिए रसायनों का स्तेमाल किया जाता है .बस यही है डिस -इनफेक्तेंट या सैनी -टा -इज़र .यह साबुन पानी से हाथ धोने का एक तरह से विकल्प है .अब हर जगह साबुन पानी नसीब भी नहीं होता है वहां यह रासायनिक -मार्जक काम आता है ,हैंडी रहता है .हाल फिलाल भारत में एच१ एन १ इन्फ्ल्यु -एंजा वायरस प्रकोप के वक्त एल्कोहल युक्त मार्जक को ज्यादा कारगर बतलाया गया था ।क्योंकि यह तमाम किस्म के जीवाणुओं का सफाया कर देता है .
यह विविध रूपों में उपलब्ध है सैनी -टा -इजिंग जेल ,फोम से लेकर तरल -विलयन (लिक्विड सोल्यूशन तक ).वाश रूम्स में इसे अक्सर देखा जा सकता है . अस्पतालों में भी .हवाईजहाज के वाश रूम्स में ,माल्स में .
कब स्तेमाल कीजिएगा सैनी -टा -इज़र का ?
बेशक किसी भी जगह और कहीं भी वक्त ज़रुरत के मुताबिक़ इसका स्तेमाल किया जा सकता है अस्पताल से स्कूल तक .जहां भी लगे आपके हाथ गंदे हैं ,रोग -कारकों (पैथो -जांस)से संसिक्त हो सकतें हैं .
(१)किसी रेस्तरा में खाना खाने से पहले (२)बच्चे को स्कूल बस में चढाने उतारने के बाद (३)नियमित स्तेमाल के लिए एक सैनी -टा -इज़र अपने पास रखिये कहीं भी पर्स में ,कार में ,कहीं और .(४)पिकनिक पर (५) खेल कूद के बाद (६)बच्चे का डाय्पर बदलने के बाद (७ )पब्लिक प्लेसिज़ पर रेस्ट रूम्स के स्तेमाल के बाद (८)कहीं और जहां आपको ज़रूरी लगे ।सैनी -टा -इज़र्स का स्तेमाल कीजिये .वार्ड ऑफ़ जर्म्स .
सन्दर्भ -सामिग्री :-व्हाट इस अ सैनी -टा -इज़र ?/हेपी हैण्ड वाशिंग !/मुंबई मिरर ,अगस्त ८ ,२०१० ,पृष्ठ १७ .
रविवार, 8 अगस्त 2010
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