रविवार, 8 अगस्त 2010

जीन रिवोल्यूशन क्या है ?

जीन -क्रान्ति (जीन रिवोल्यूशन )का आखिर मतलब क्या है ?क्या मकसद है इसका ?
जीन क्रान्ति जैव -प्रद्योगिकी का अधिक से अधिक स्तेमालकर खाद्य -उत्पादन को बढ़ाकर किसान को आत्म -निर्भर बनाना है .आनुवंशिक तौर पर फसलों की सुधरी हुई ऐसी किस्में तैयार करना है जो कीट रोधी हों .नाशी -जीव -नाशियों (पेस्ट्स ) के कमसे कम स्तेमाल की मुहताज हों .अपनी खाद खुद बनातीं हों .पार जातीय फसलें जीन क्रान्ति का ही नतीजा हैं . फसलों को कीड़ों से बचाना ,तरह तरह की बीमारियों से नष्ट होने से बचाना ,कीट रोधी बीज उपलब्ध करवाना जीन क्रान्ति का मकसद रहा है .
आज रासायनिक उर्वरकों का बढ़ता चलन पर्यावरण -पारी तंत्रों के साथ साथ आदमी की सेहत को भी रोंद रहा है .एन्वायरंमेंतल दिजीज़िज़ में कृषि तंत्र भी आहुति ,हव्य - सामिग्री डालता आया है .उन्नत खेती उन्नत बीज ने ,बेहिसाब पानी मांगने वाली (एक्स्तेंसिव इर्रिगेशन आधारित )फसलों ने ना सिर्फ मिटटी की उर्वरता को लीला है .(मिटटी की सैली -निटी,लवणइयता )को बढाया है ,बाँझ बनाया है धरती को ,भूमि गत जल भंडारों को खाली कर दिया है .जीन क्रान्ति इससे छुटकारे का वायदा करती है ।
पशु जगत के लिए भी यह उपकारी है .रोग निदान के अलावा पशुओं को तरह तरह की बीमारियों से बचाए रखने वाले टीके मुहैया करवाना इसका दूसरा बड़ा लक्ष्य रहा है ।
धान की ज्यादा पौष्टिक किस्में मुहैया करवाना बराबर इसके अजंडे में शामिल रहा है .आखिरी लक्ष्य है हमारी थाली को पोषक तत्वों से भरपूर बना ना .सब को अन्न मुहैया करवाना प्रति एकड़ उपज बढ़ाकर .न्यू -हेल्थ एंड उद्योगिक उत्पाद मुहैया करवाना .

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