र्युबिक्स क्यूब आखिर है क्या ?यह प्लास्टिक क्यूब (घन ,क्यूब )की बनी एक पहेली (एक उलझा हुआ खिलोना है ,एक पज़ल है )जो रंगीन स्क्वायर्स (वर्गों )से आच्छादित है .इसे टर्न किया जाता है ताकि इसकी हर साइड एक अलग रंग के वर्ग दर्शाए .
ए रूबिक्स क्यूब इज ए प्लास्टिक क्यूब कवर्ड विद कलर्ड स्क्वायर्स देट यु टर्न टू मेक ईच साइड ऑफ़ दी क्यूब ए डिफरेंट कलर .
र्युबिक्स क्यूब कैन बी सोल्व्ड इन ट्वंटी मूव्ज़ :(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई अगस्त १३ ,२०१० ,पृष्ठ २३ )।
माहिरों की एक टीम ने आखिर रूबिक्स क्यूब का हल ढूंढही लिया .अब इसकी छहों साइड (६ पार्श्व )को अलग अलग लेकिन एक पार्श्व में एक जैसे रंगों के वर्ग से समायोजित किया जा सकता है और वह भी सिर्फ २० स्टेप्स (२० चालों में ,जी हाँ यह बौद्धिक खेल ही तो है जिसका हर मूव एक बौद्धिक चाल है )।
यह करिश्मा गूगल की मदद से संपन्न हुआ है .इसकी सभी ४३ क्वीन- टी -लियन बेतरतीब घालमेल वाली स्थितियों को परखा जांचा गया है .इतनी पोज़िसंस हैं इस खिलोने की .जानतें हैं एक "क्वीन -टी -लीयन" कितनी बड़ी संख्या है ?इट इज ए" मिलियन मिलियन मिलियन" .आल्सो बाई वन मोर काउंट इट इज ए" मिलियन मिलियन मिलियन मिलियन मिलियन" यानी पहली स्थिति में एक के आगे १८ और दूसरी में ३० बिंदी जड़ दीजिये इस प्रकार प्राप्त संख्या "क्वीन -टी -लियन" कहलाएगी ।
इस अंक को गोडस नंबर भी कहा जाता है .शायद इसके पीछे यह धारणा काम करती रही है -भगवान् भी इस पजल को नहीं सुलझा सकता ।
"दी प्राई- मरी ब्रेकथ्रू वाज़ फ़िगरिंग आउट ए वे टू सोल्व सो मेनी पोज़िसंस ,आल एट वंस ,एट सच ए फास्ट रेट",न्यू -साइंटिस्ट कोटिड टोमस रोकिच्की ,ए प्रोग्रेमर फ्रॉम पालो अल्टो ,केलिफोर्निया एज सेइंग।
दी फिगर इज ड्ब्ब्द(डब- ब्द)"गोडस नंबर ",दी अज़प्शन बींग देट ईविन दी आल -माई -टी कुड नॉट सोल्व दी पजल फास्टर .
शुक्रवार, 13 अगस्त 2010
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