रिलेशन -शिप्स आर गुड फॉर योर हेल्थ (मुंबई मिरर ,अगस्त २०,२०१० ,पृष्ठ ३३ ).
शिकागो विश्व -विद्यालय के रिसर्चरों ने पता लगाया है दवाब कारी स्थितियों का मुकाबला वह लोग बेहतर तरीके से कर पातें हैं जो किसी से जुड़े रहतें हैं ,सम्बन्ध की आंच को बनाए रहतें हैं .इनमे स्ट्रेस हारमोन की इंटेंसिटी(क्वान्टिटी,स्तर ,मात्रा )कम रहती है बरक्स इनके सम -कक्ष अकेले जीवन यापन करने वालों के .ज़ाहिर है शादी शुदा होने या फिर लिविंग इन रिलेशन -शिप के कुछ तो फायदें हैं ही ।
आपके तनाव ग्रस्त होने का सूचक एक स्ट्रेस हारमोन "कोर्टिसोल "होता है .इसकी इंटेंसिटी बता देती है आप कितने तनाव में हैं .दवाब कारी स्थितियों में ही इसका स्राव होता है ।
अध्ययन के अगुवा प्रोफ़ेसर दारियो मेस्त्रिपिएरि ने पता लगाया है मनो -वैज्ञानिक दवाब कारी स्थितियों के प्रति कोर्टिसोल रेस्पोंस को शादी शुदा जिंदगी कमतर कर देती है .
उन्हीं के शब्दों में -"मेरिज हेज़ ए डेम्प-इनिंग इफेक्ट ऑन कोर्तिसोल रेस्पोंसिस टू साईं -कोलोजिकल स्ट्रेस "।
यही वजह है शादी शुदा लोग अपेक्षाकृत लम्बी उम्र जीतें हैं ,हृद रोगों से इन का सामना भी कमतर होता है .(कई अभागे तो बीवी को ही ह्रदय -रोग मानतें हैं ).
आपने अध्ययन के लिए ५०० छात्रों को चुना जिनमे से आधे शादीशुदा थे .इकोनोमिक कंप्यूटर गेम्स की एक पूरी श्रृंखला इनके पाठ्य क्रम का हिस्सा थी .भविष्य में उनके प्लेसमेंट से ताल्लुक रखता है इन खेलों का नतीजा सभी को यह साफ़ बता दिया गया था ।
अध्ययन के आरम्भ और आखिर में इनके सेलाइवा नमूने जांच के लिए जुटाए गये .ताकि हारमोन स्तरएवं संभावित बदलाव दर्ज़ किया जा सके .
बेशक सभी भागीदारों में हारमोन का स्तर बढा हुआ दर्ज़ किया गया ,खासकर महिलाओं में .लेकिन एक व्यक्ति गत जानकारी जो शुरू में ही सभी से जुटाई गई थी उससे सभी सब्जेक्ट्स मेंपरस्पर एक अंतरऔर साफ़ तौर पर पता चला .विज्ञान पत्रिका "स्ट्रेस "में इस अध्ययन के नतीजे प्रकाशित हुएँ हैं .
मेरिज अफेक्ट्स दी वे यु डील ए हाई -प्रेशर सिच्युएशन ,यु वैदर दी स्ट्रेस .
शुक्रवार, 20 अगस्त 2010
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