'पोप -आई "कोमिक करेक्टर (सजीव स्वरूप चलचित्र नायक )पोप आई दी सैलरका , इनदिनों ना सिर्फ नौनिहालों का चहेता ही बना हुआ है उन्हें ग्रीन्स (हरी तरकारी पालक )का महत्व भी समझा रहा है .अपनी उत्कट क्रिया शीलता के छोटे छोटे दौर परदे पर सजीव करता हुआ वह बालकों को चुप चुप समझा जा रहा है -"पालक खाने वालों की बात ही और है "तमाम जोशीले करतब दिखलाने से पहले वह ज़मकर पालक खाता हुआ दिखलाई देता है .उसके डोले का राज कहीं पालक का ज़मकर सेवन ही तो नहीं यही सन्देश बच्चों तक पोपाई के अनजाने ही पहुँच रहा है .
एक नए अध्ययन से यही पुष्ट हो रहा है .रिसर्चरों के अनुसार बच्चों को यही लगता है पोप आई पालक खा खा कर ही अपने कट्टर विरोधी ब्लुटो को छका रहा है .पोप आई दी सैलर को देखने सुनने गुनने वाले नौनिहाल जो पहले ग्रीन्स दो बार खाते थे अब चार मर्तबा हरी तरकारी खा रहें हैं .इन बच्चों की उम्र ४-५ साल है .यह करिश्मा है कार्टून हीरो के शोज़ का .एनिमेटिड फिल्म्स का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है .
मंगलवार, 10 अगस्त 2010
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