बुधवार, 11 अगस्त 2010

प्रजनन क्षमता को बढाने वाले खाद्य आपके लिए और आपके ;;;;;;;;;;

बूस्ट यूओर फर्टिलिटी /ए न्यू रिसर्च हेज़ लिंक्ड रेड मीट टू स्लोवर स्पर्म काउंट .हेयर इज व्हाट यु (एंड योर पार्टनर )शुड बी ईटिंग टू इम्प्रूव दी चान्सिज़ ऑफ़ कन्सीविंग /मुंबई मिरर अगस्त १० ,२०१० ,पृष्ठ २६ ।
माहिरों के अनुसार सफल गर्भाधान और प्रजनन के लिए सही खुराख भी एहम भूमिका निभाती है ।
मर्दों के लिए :स्पेन के साइंसदानों के मुताबिक़ रेड मीट और फैटी फ़ूड से परहेजी या फिर इनका कमतर सेवन "स्पर्म काउंट "को बढा सकता है ।
हारवर्ड विश्वविद्यालय के रिसर्चरों के अनुसार खान- पान में बदलाव लाकर औरतें भी अपनी प्रजनन क्षमता में लगातार सुधार लाकर इन्फरटिलिती(प्रजनन ह्रास या बांझपन को )८० फीसद तक घटा सकतीं हैं .
खासकर मर्दों के लिए (फॉर दी मेन):आइली फिश ज़रूरी वसीयअम्लों (फैटी एसिड्स ),ओमेगा -३ ,ओमेगा -६ का सर्वोत्तम स्रोत है जो शुक्राणु के विकास (स्पर्म डिवलपमेंट )में एहम रोल अदा करता है .स्पर्म की गुणवत्ता और मोबिलिटी (वेलोसिटी इन ए यूनिट फील्ड ),ह्यूमेन एग सेशुक्राणु के मिलने की तेज़ी और उतावली ,में भी सुधार लाती है तैलीय मछली ।
सभी तरह की तैलीय मच्छी अच्छी हैं मर्दों के लिए .एक से लेकर चार हिस्से हफ्ते में लेना बेहतर सिद्ध होगा .मेन शुड ईट बिटवीन वन एंड फोर पोर्शंस ए वीक ।
ओईस -टार्स:शेल फिश या फिर शंख- मीन के नाम से भी विख्यात है "ओईस -टार्स ".याद रहे शंख मीन मोती भी देती है ऐसा जनविश्वास है ।
जिंक का अतुलनीय भण्डार है शेल फिश या ओईस -टर.शुक्राणु की बाहरी परत और पूंछ के निर्माण में यह विधाई भूमिका में रहता है .स्पर -मेटा -ज़ोआ कहतें हैं शुक्राणु को संक्षेप में स्पर्म ।
माहिरों के अनुसार हमारे पर्यावरण में मौजूद रसायनों सेस्पर्म को होने वाली नुकसानी की भरपाई सिर्फ १५ मिलिग्रेम खुराखी जिंक पूरी कर सकता है .बा-शर्ते रोजाना लिया जाए ।
बीन्स (फलीदार सब्जियां )नट्स (अखरोट जैसे काश्ठय मेवे ,हार्ड शेल नट्स ),फलियों के बीज और अंडे ,स्ट्रा -बेरीज जिंक के अन्य स्रोत हैं .मच्छी नहीं सुहाती तो इन्हें आजमायें ।
गार्लिक :लहसुन सेलेनियम का भण्डार है .यह एक ऐसा एंटी -ओक्सिडेंट है जो शुक्राणुओं को चुस्त दुरुस्त रखता है .गार्लिक का सूप भी उपलब्ध है ,मेगी और पापड भी ,तरह तरह की चटनियाँ .लाल मिर्ची और लहसुन की चटनी आजमाइए .पास्ता सौसिस और करीज़ को सुस्वादु बनाता है लहसुन ।
स्पिनाच :पालक (केवल "पोपाई दी सैलर" तक सीमित नहीं है इसका जादू जो आजकल नौनिहालों के सिर चढ़ कर बोल रहा है .कोमिक करेक्टर है "पोप- आई" जो बेहिसाब छोटी अवधि के करतब दिखलाने से पहले पालक भकोसता है ज़म कर खाता है उसकी देखादेखी बच्चे भी खाने लगें हैं पालक )।
फोलेट का बेहतरीन स्रोत है पालक और इसके संगी साथी .स्पर्म काउंट को बढाता है .शुक्राणु के उत्पादन को एड लगाता है ,लहसुन ।
जो लोग पोप- आई की तरहज़मकर पालक खातें हैं उनका हेल्दियर स्पर्म ३० फीसद तक बढ़ जाता है .यह नतीजा केलिफोर्निया विश्वविद्यालय के साइंसदानों ने निकाला है ।
हेल्दी सलाद के रूप मेंस्पिनाच और गार्लिक :स्टीम स्पिनाच लाइटली विद गार्लिक एंड चिलीज आर ईट इट रा इन ए हेल्दी सलाद ।
औरतों के लिए ख़ास :
(१)फुल फैट डैरी:हारवर्ड विश्वविद्यालय के अध्ययन के मुताबिक़ जो महिलायेंदिन भर में कमसे कम एक बार (वन सर्विंग ऑफ़ फुल फैट डैरी )का स्तेमाल करतीं हैं उनके लिए बांझपन (इन्फर्तिलिती )का जोखिम एक चौथाई से भी ज्यादा कम हो जाता है .ओवेरियन फंक्शन (अंडाशय के काम करने को )को सुधारता है फुल फैट डैरी उत्पाद .
इसलिए माँ बनने की इच्छा की पूर्ती के लिए लो फैट डैरी फूड्स की जगह फुल फैट डैरी को दीजिये .एक ग्लास फुल्फैट मिल्क दिन भर के लिए काफी है ।अलबत्ता भारत में फुल फैट का मतलब वह नहीं है जो अमरीका में है .वहां १२ फीसद तक फैट रह सकता है फुल फैट मिल्क में .भारत में लेदेकर ४ फीसद ही रहता है .
जल :भरे पूरे" एग- फोलिकिल्स " के लिए ,तथा गर्भाशय की ओर स्ट्रोंग ब्लड सप्लाई बनाए रखने के लिए भी पानी पीते रहना ज़रूरी है .इफ यु आर डी -हाई -ड्रेतिद योर सर्विकल फ्लुइड आल्सो बिकम्स स्लागिश ।
दिन भर में आठ ग्लास पानी पीने का लक्ष्य निर्धारित कीजिये .बेशक इसमें फ्रूट जूईस(ज्यूस )मिला लें .निम्बू
निचोड़ लें ।
चिकिन :ह्यूमेन एग के उत्पादन के लिए प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा का सेवन भी ज़रूरी है .चिकिन हर मायने में रेड मीट से अव्वल रहता है औरतों के लिए .,मर्दों के लिए क्योंकि इसमें कमतर वसा (चर्बी रहती है ,स्किन भी साफ़ करवा लीजिये ).रहती है .४५ ग्रेम प्रोटीन रोजाना चाहिए औरतों को .इससे ज्यादा भी ठीक नहीं .हाई -प्रोटीन डाईट ,संतान की इच्छुक, लो- फर्टिलिटी- फीमेल्स के लिएभी ठीक नहीं ।
प्रोटीन का उप -उत्पाद अमूनिया, एम्ब्रियो -इम्प्लांटेशन में व्यवधान प्रस्तुत कर सकता है .खासकर हाई -प्रोटीन डाईट लेने पर .
ओरेंज ,फ्रूट एंड वेजितेबिल्स :नाशपाती (पीचिज़ ).खूबानी (एप्रिकोट्स )गाज़र और आम (मैन्गोज़ )बीटा -केरोटीनके भण्डार हैं .इसे शरीर विटामिन -ए में तब्दील करलेता है ,जो स्त्री सेक्स हारमोनों के उत्पादन में मदद पहुंचाता है. दिन की शुरुआत आम से कीजिये ।पीच- स्मूदी, बेहतर है .ग्रेट करके (कद्दू क़स करके )गाज़र साथ ले जाइए वर्क प्लेस पर .स्नेक्स के साथ मज़े से खाइए .

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