दिस वोमेन इज अलर्जिक टू मनी,रैन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,अगस्त २४ ,२०१० )।
लेदेकर गिनती की दो चार चीजें हैं जिनसे वह अछूती है वरना उसका जीना मुहाल है .हर चीज़ से तो उसे एलर्जी है (प्रत्यूर्जता है).यहाँ तक के रुपया पैसे से भी .हर चीज़ के प्रति उसकी असाधारण संवेद्यता (सेन्स -टीवीटी )है .डॉलर वोलर कुछ भी ,वह छू नहीं सकती .सिर पर बरसात गिरी और उसका डिब्बा गोल ।
य्वोंने सिमों को तकरीबन हर खाने पीने की चीज़ से भी एलर्जी है .एलर्जिक है वह ,प्रत्युऊर्ज है वह आम खाद्य और पेय के प्रति .कुछ छूआ नहीं की उसकी ग्रंथियां फूलने लगतीं हैं .ददोरे पड़ जातें हैं शरीर पर .
बोतल बंद बुदबुदे दार पानी (स्पार्कलिंगस्प्रिंग वाटर )जो खनिजों से युक्त होता है भी उसे माफिक नहीं आता ।
अलबत्ता वह फिल्टर्ड वाटर (फ़िल्टर का पानी )पी सकती है ।
लेँ -टिल्स(दालें,स्माल ब्राउन ,ओरेंज ,ऑर ग्रीन सीड्स देट कैन बी ड्राइड एंड यूज्ड इन कूकिंग ,लेंतिल सूप ,स्ट्यु),ब्राउन राईस ,गाज़र और सेब (एपिल्स ) खा सकती है .शुक्र है परवर -दिगार का वगरना यहब्रितानी महिला खाती क्या ?
चिकित्सा इतिहास में यह अज़ब गज़बबात है, औरत एक, एलर्जीज़अनेक .यूं एलर्जी का कोई निश्चय नहीं होता है .कब किसको किस चीज़ से ,खाने पीने दवा दारु से एलर्जिक रिएक्शन हो जाए कोई नहीं जानता .एक ही बचाव है उस एलर्जन
मंगलवार, 24 अगस्त 2010
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