सोमवार, 11 अक्तूबर 2010

भविष्य में मर्द भी बा -कायदा "माँ" बन सकेंगे ......

वोम्ब ट्रांस-प्लांट टू ट्रीट इन्फर्तिलिती (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर ११ ,२०१० ,पृष्ठ १७ )।
स्वीडन के साइंसदानों ने चूहों पर की गई आजमाइशों से आइन्दा के लिए "गर्भाशय प्रत्यारोप "का रास्ता भी खोल दिया लगता है .इसका मतलब यह है गर्भाशय -प्रत्यारोप (यूट्रस -ट्रांस -प्लांट )और फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की मदद से आइन्दा मर्द भी गर्भ -धारण कर माँ की प्रसव -पूर्व पल्लवन की भूमिका में आ सकेंगे ।
बांझपन के इलाज़ की दिशा में उठा यह एक आश्वश्त- कारी कदम सिद्ध हो सकता है ।
इस प्रायोगिक काम को आगे बढाया है "सह्ल्ग्रेंसका यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ,गोठेन्बुर्ग के साइंसदानों ने .आपने यूट्रस -इम्प्लांट प्रोजेक्ट को हाथ में लिया है .आरंभिक कामयाबी भविष्य की और इशारा है .

2 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

ram ram ji achchhi khabar hai chalo mardo ko bhi kuchh kam mil jayega ?
arganikbhagyoday.blogspot.com

virendra sharma ने कहा…

shukriyaa zanaab .thhaali se be -gaar bhali .
veerubhai .