मोर स्ट्रोक्स रिपोर्टिद विद केरोटिड स्टंट्स,( दी टाइम्स ओएफ इंडिया,
गर्दन के दोनों और हेड और नेक को रक्तापूर्ति के लिए एक -एक बड़ी धमनी होती है जिसे केरोटिड आर्टरी कहाजाता है .इसके अन्दर से खुरदरी होकर संकरी पड़ जाने पर दिमाग को पूरी रक्तापूर्ति न हो पाने की वजह से स्ट्रोक (सेरिब्रल वैस्क्युलर एक्सीडेंट ) का ख़तरा हो जाता है .स्ट्रोक के समाधान के लिए एंड -आर्तेक्तामी ,बाई -पास आदि सरजरीज़ की जातीं हैं ।
लेकिन स्तेंटिंग भी विकलप बन चुकी है .बेशक इसका अपना नफा - नुक्सान है ।
रिसर्चरों के मुताबिक़ स्ट्रोक से बचाव के लिए यह प्रोसीज़र उतना प्रभावी नहीं है .अलबत्ता केरोटिड स्तेंटिंग के बाद हार्ट अटेक के एपिसोड्स (मामले )कमतर हो जाते हैं ।
न्युयोर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसन tathaa haarvard klinikal risarch institute के रिसर्चरों ने अब तक की सबसे व्यापक "मेटा -एनेलेसिस "के नतीजे प्रकाशित किये है .मेटा -एनेलेसिस एक ही विषय पर अनेक अध्ययनों का व्यापक विश्लेसन परक सांख्कीय निचोड़ होता है .इसमें बाकायदा एक नॉन -सर्जिकल प्रोसीज़र के रूप में स्टंट और एंड -आर्तेक्तामी का तुलनात्मक अध्ययन विश्लेसन प्रस्तुत किया गया है .
गुरुवार, 14 अक्तूबर 2010
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