टू शेड फ्लेब ,सिम्पली थिंक यु आर थिन(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर १३ ,२०१० ,पृष्ठ २१ )।
स्पेन के सम्मोहन -विद्या के धनी मार्टिन एवं मरिओं शिर्रण(दम्पति ) इन दिनों वजन कम करने के नुश्खे के रूप में स्व -सम्मोहन के साथ -साथ शैक्षिक कार्यक्रम चला रहे हैं .इसके अच्छे नतीजे निकले हैं .इसने गैस्ट्रिक बैंड थिय्रेपी की जगह ले ली है .
गैस्ट्रिक बैंड थिय्रेपी एक प्रकार की बेरी -या -ट्रिक सर्जरी है .इसके तहत उदर के गिर्द एक बैंड स्थापित कर दिया जाता है ताकि इसका प्रभावी आकर घट जाए ,और इसी के साथ खाना समोने के ,अकोमोडेट करने की क्षमता भी कम हो जाए .और व्यक्ति का वजन सीमित हो जाए .इसके लिए ओपन ओपरेशन या फिर लेप्र -स्कोपी का सहारा भी लिया जाता है .बैंड्स सुनिश्चित और एड्ज्स्तिबिल दोनों ही तरह के प्रयुक्त किये जाते हैं .ताकि ली गई फ़ूड केलोरी की मात्रा को कम ज्यादा किया जा सके ।
यह काम एक छोटा सा रिज़र्वायर करदेता है जो चमड़ी के नीचे स्थापित किया जाता है जिसमे तरल भेजा भी जा सकता है बाहर भी मरीज़ के द्वारा निकाला जा सकता है ।
मोटापे (ओबेसीज़ ) से ग्रस्त मरीजों पर उनका वजन कम करने के लिए की जाने वाली सर्जरी को ही बेरियात्रिक सर्जरी कहा जाता है .इस सर्जरी के बाद कम खाने से ही ना सिर्फ मरीज़ का पेट भरा भरा रहता है ,तृप्ति भी अनुभव होती है .दी प्रोसीज़र इज रेस्ट्रिक्टिव डिज़ा -इंद टू प्रोमोट फीलिंग्स ऑफ़ फुल्नेस एंड सच्युरेशन ।
अपनी किताब "शिर्रंस माइंड बैंड " में अपनी इस विद्या के तहत अपनाए जाने वाले तरीके का आपदोनों (दंपत्ति ) खुलासा करते हैं .मूल मन्त्र है मेरा पेट अब उतना नहीं रह गया है ,सिकुड़ गया है ,इसलिए मुझे अब कम खाना चाहिए ।
इस कार्यक्रम को आप दोनों ने खूबसूरत नाम दिया हैं "दी गैस्ट्रिक माइंड बैंड "जिसके तहत मरीज़ को वैर्च्युअल गैस्ट्रिक बैंड लगे होने का एहसास सम्मोहन विद्या के तहत करवाया जाता है .अस्पताली गंध और आवाजों का सादृश्य रचा जाता है ।
ऐसा आप स्व -सम्मोहन सीख कर भी कर सकते हैं .
बुधवार, 13 अक्तूबर 2010
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