शनिवार, 30 अक्टूबर 2010

बेटरी ऐसी जो साल्ट -शेकर में से निकल जाए ....

अमरीकी साइंसदान दुनिया भर की अबतक की लघुत्तम बेटरी बना लेने के बहुत नज़दीक पहुँच गए हैं .यह बेटरी साल्ट -शेकर में से गुज़र जायेगी .नै पीढ़ी की यह लीथियम -आयन बेटरी केलिफोर्निया यूनिवर्सिटी ,लासेंजिलीज़ के रिसर्चर तैयार कर रहें हैं .इसका स्तेमाल टाइनी माइक्रो (किसी भी माप का दस लाखवां भाग )तथा नेनो स्केल (किसी भी माप का अरबवां हिस्सा )इलेक्त्रोनी तथा यांत्रिक दिवाइसिज़ को ऊर्जित करने (पावर देने ,चार्ज करने में )किया जा सकेगा .बालू कण सी महीन यह बेटरी जिसे अगली पीढ़ी की बेटरी कहा जा रहा है ,किस विध रची -गढ़ी जा रही है ।?
टू रीच दिस गोल जेन चेंग एंड कुलीग्स आर कोटिंग वेळ -आर्डरड माइक्रो -पिलर्स आर नेनो -वायर्स -फेब्रिकेटिद टू मेक्सिमाइज़ दी सर्फेस टू वोल्यूम रेशियो ,एंड दस दी पुटेंशियल एनर्जी डेंसिटी -विद इलेक्ट्रो -लाईट ,दी कंदक्तिव मेटीरियल देत एलाउज़ करेंट टू फ्लो .

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