शनिवार, 30 अक्टूबर 2010

अन्तरिक्ष में तैरते कचरे से बचालिया गया अंतर -राष्ट्रीय -अन्तरिक्ष स्टेशन को

एवोहिडिंग डेमेज /स्पेस स्टेशन टू शिफ्ट ऑर्बिट टू डोज फ़्लाइंग जंक (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर २७ ,२०१० )।
रशिया की स्पेस कमान ने उस अंतर -राष्ट्रीय -अन्तरिक्ष स्टेशन को अन्तरिक्ष में तैरते कचरे से बचा लिया है जिसमे तीन रुसी तथा तीन अमरीकी अन्तरिक्ष यात्री सवार थे तथा जिसे १६ राष्ट्रों के आर्थिक सहयोग से अन्तरिक्ष में भेजा गया था हंड्रेड बिलियन डॉलर प्रोजेक्ट के रूप में .यह कचरा भी इसी ऑर्बिट में तैर रहा था आवारा और एक बड़ी दुर्घटना की वजह बन सकता था .इसीलिए कमान ने १०.२५ ग्रीन विच मीन टाइम पर रोकेट्स दागने का आदेश देकर इसस्टेशन को कक्षा बदलने का कमान ज़ारी किया .इसे ७०० मीटर दूर खिसका दिया गया .ताकि कचरा जिसकी शिनाख्त भी नहीं हो सकी थी १.५ किलोमीटर दूरी से गुज़र जाए .यदि ऐसा न होता तो इस अनचीन्हें पिंड से स्टेशन की भयानक टक्कर हो जाती .
आप जानतें हैं हज़ारों -हज़ार छोटे बड़े पिंड आज उपग्रहों की तमाम कशाओं में आवारा घूम रहें हैं ,इनपर २४/७ नजर रखनी पडती है .

1 टिप्पणी:

Arvind Mishra ने कहा…

वाह ! वाह रे मानव !