नाव ,ए "जीन जेब "फॉर डिप्रेसन (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर २३ ,२०१० )।
अवसाद रोधी दवाएं सभी पर अपना असर नहीं दिखा पातीं हैं .अलावा इसके इनके अवांछित पार्श्व प्रभाव भी सामने आतें हैं .ऐसे ही लोगों के लिए अब माहिरों ने "जींस का टीका" ) तैयार कर लिया है .यह अवसाद से बुरी तरह ग्रस्त ,क्रोनिक पेशेंट्स को भी अवसाद से राहत दिलवा सकता है ।
अमरीकी रिसर्चरों के मुताबिक़ एक दिमागी प्रोटीन की कमी -बेशी डिप्रेसन की वजह बनती है .पी -११ नाम की यह प्रोटीन दिमागी रसायनों का विनियमन करती है ,रेग्युलेट करती है ,न्यूरो -ट्रांस -मीटर्स को ।
विज्ञान पत्रिका "साइंस ट्रांस -लेश्नल मेडिसन "में प्रकाशित एक अधययन के मुताबिक़ जिन चूहों में इस प्रोटीन का अभाव था उन्हें जीन -सुइयां लगाने के बाद दिमाग यह प्रोटीन सामान्य तरीके से तैयार करने लगा तथा चूहे अवसाद से बाहर आ गए .अखबार डेली मेल ने भी इस रपट को प्रकाशित किया है .
शनिवार, 23 अक्तूबर 2010
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