सोमवार, 11 अक्टूबर 2010

ब्रेन- ट्यूमर की काट के लिए मिलेनोमा की नै दवा ...

न्यू -मिलेनोमा ड्रग मे श्रिंक ब्रेन -ट्यूमर (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर ११ ,२०१० ,पृष्ठ १७ ,नै -दिल्ली संस्करण )।
एक छोटे से नैदानिक परीक्षण (स्माल क्लिनिकल ट्रायल )के मुताबिक़ "ग्लेक्सो -स्मिथ -क्लाइन द्वारा तैयार एक प्रायोगिक दवा (एक्स -पेरिमेंटल ड्रग )नौ मरीजों पर आज़माइश के बाद ब्रेन -ट्यूमर का आकार घटाने में असरकारी पाई गई है ।
मिलेनोमा इंस्टिट्यूट ऑस्ट्रेलिया के डॉ .गेओर्गिना जिन्होंने प्रथम और द्वितीय चरण के आरंभिक ट्रा -यल्स का नेत्रित्व किया है ने "योरोपियन सोसायटी ऑफ़ मेडिकल ओन्कोलोजी "(ई एस एम् ओ ) कोंग्रेस को पूरी उत्तेजना के साथ इन नतीजों की जानकारी दी है .बकौल आपके नवीनतम डाटा दस ऐसे मरीजों से प्राप्त हुआ है जिन्होंने ट्रायल में शिरकत की थी तथा जो पहले से ही "अन -ट्रीतिद मेटास्तेसिस "से ग्रस्त चले आ रहे थे ।
इनमे ब्रेन -मेटास्टेसिस को ब्रेक लगा .काबू में रहा ब्रेन -मेटास्तेसिस का फैलाव खिसकाव .नौ के आकार में खासी कमी देखी गई ।
आपको बतला दें ,मिलेनोमा एक अति -संक्रमण -शील ट्यूमर है मिलेनिंन बनाने वाली कोशाओं का .इन्हें मिलेनोसाईट कहा जाता है .यह मलिग्नेंत ट्यूमर अकसर चमड़ी को निशाना बनाता है .मिलेनो -साइट्स से ही यह पनपता है ,अकसर गहरे रंजक लिए हुए ।
मेटास्तेसिस :ट्यूमर का अपने उद्गम स्थल से हठकर अन्यत्र पहुंचना फैलना (दी स्प्रेड ऑफ़ मलिग्नेंत ट्यूमर फ्रॉम इट्स साईट ऑफ़ ओरिजिन इस काल्ड मेटा -स्तेसिस ।) कहलाता है .

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