हू वर "वी फोल्क "(ओपन स्पेस ,सन्डे टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर १०,२०१० ,पृष्ठ २६ ,न्यू -देल्ही संस्करण )।
परीकथाओं के जादुई प्राणी ,नायक और नायिकाओं से करतबी लोग फेयारीज़ फोल्क कहलाते थे ।
मध्य -युगीन धर्म और धार्मिक आस्थाओं और विश्वास के माहिरऐसा मानते है ,ये देवदूतों (एंजेल्स ) के ओहदे से बेदखल किये गये लोग थे .इनमे मृत लोगों की आत्माए आतीं थीं .पदच्युत एंजेल्स का भी यह आवाहन करते थे .दे यूस्ड टू काल डेड स्पिरिट्स .या स्वयं ये ही वो मृत आत्माएं थीं जिन्हें देवताओं के पद से पदच्युत कर दिया गया था ।
अर्वाचीन साहित्य इनका बखान मनुष्य और देवताओं के बीच की कड़ी के रूप में करता हैं .इनका मनुष्यों के साथ बेटी -रोटी का रिश्ता था .इनकी संतानें अर्द्ध मानव थीं .दे हेड हाल्फ ह्यूमेन चिल्ड्रन ।
पुरा- कथाओं ,मिथ और आख्यानों की माने तो वी फोल्क ने समय -समय मानवीय क्रियाकलापों में दखल दिया है .अकसर सकारात्मक लोक कल्याण से प्रेरित हो यदा -कदा अपना शैतानी असर भी छोड़ा है .लीला -मय रहा है इनका संसार .
रविवार, 10 अक्तूबर 2010
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