'वी हेव हंड्रेड्स ऑफ़ फ्लाड जींस '(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर २९ ,२०१० )।
एक अध्ययन के मुताबिक़ हम मनुष्यों में कोई सौ जींस ऐसे हैं जो डाय -बिटीज़ और कैंसर जैसी बीमारियों की वजह बनतेंहैं .अलावा इसके तकरीबन ३०० ऐसे दोषपूर्ण जींस भी होतें हैं जो एक दम से नाकारा होतें हैं (काम नहीं करते जरा भी ,नॉन -फंक्शनल बने रहतें हैं )।
अंतर -राष्ट्रीय साइंसदानों की एक टीम ने '१००० जीनोम्स प्रोजेक्ट 'के तहत व्यक्ति और व्यक्ति के बीच बहुत सूक्ष्म आनुवंशिक अंतर की पड़ताल गहन अध्ययन विश्लेसन के बाद की है .
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