स्कोर्पियन स्टिंग फॉर हार्ट बाई -पास (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर २५ ,२०१० )
अकसर डबल या ट्रिपिल वेसिल डिजीज में बाई पास ग्राफ्टिंग की जाती है लेकिन ग्राफ्ट की गई धमनी दोबारा अवरुद्ध भी हो जाती है .इसकी वजह बनती हैं नै कोशायें जो ब्लड वेसिल्स में उग आतीं हैं .यही धमनी को अवरुद्ध कर ग्राफ्ट को नाकारा बना देती हैं ।
अब रिसर्चरों ने केन्द्रीय अमरीका में पाए जाने वाले एक बिछ्च्हू "बार्क -स्कोर्पियन " के डंक से "मर्गा-तोक्सिन "निकाली है जो ग्राफ्ट को कामयाब बनाने का आश्वाशन देती है .देर -सवेर इसका स्तेमाल बाई पास ग्राफ्ट लगवा चुके मरीजों पर किया जाएगा .
मंगलवार, 26 अक्तूबर 2010
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