सोमवार, 25 अक्टूबर 2010

एक ग्रह जिस पर दो बार सूर्यास्त होता है ....

स्टार वार -टाइप प्लेनेट विद डबल सनसेट फाउंड (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,अक्टूबर २५ ,२०१० ,नै -दिल्ली संस्करण ।)
खगोल विज्ञान के माहिरों ने एक विशाल ग्रह का पता लगाया है जिसके एक नहीं दो -दो पेरेंट स्टार्स हैं .दो सूरज हैं .दो पिता हैं .विज्ञान गल्प "स्टार वार्स -ए न्यू होप "पर आधारित होलीवुड फिल्म में "ततूइने " ऐसी ही कल्पना है ।
माहिरों की एक अंतर -राष्ट्रीय टीम ने इस विशाल गैसीय प्लेनेट की शिनाख्त की है .यह प्राइमरी स्टार एच आर ७१६२ के गिर्द परिक्रमा रत है .जो खुद बाइनरी -स्टार सिस्टम का एक सितारा है .जो लारा तारा -समूह (कोंस्टिलेसन)में ४९ प्रकाश वर्ष की दूरी पर है .जुडवा -सितारा निकाय (बाई -नरिस्टार सिस्टम के दोनों सितारे एक साँझा गुरुत्व केंद्र के गिर्द घूमते हैं ।)
एस्ट्रो -मीट्रि -प्रणाली से इस विशाल ग्रह की खोज की गई है .इसं पद्धति में सितारे पर देर तक रेडिओ -दूरबीने नजर टिकाये रहतीं हैं .कोई एक दिन के प्रेक्षण का नतीजा नाहिंन हैं यह खोज .लाइव साइंस ने इसकी पूरी रिपोर्ट प्रकाशित की है ।
यह अकेला ऐसा ग्रह नहीं है जिसका सम्बन्ध एक साथ दो -दो सितारों से है .ज़ाहिर है स्टार वार्स के "ततूइने "की तरह इस ग्रह पर भी एक दिन में दो बार सूर्यास्त होता है ।
इस ग्रह का ठीक - ठीक पता तब चला जब माहिरों ने इसमें आवधिक बदलाव दर्ज़ किये .पता चला एक और सूरज इसे बेतहाशा अपनी तरफ और खींच रहा है .जो जुड़वां निकाय का दूसरा सितारा है.

कोई टिप्पणी नहीं: