अभी हाल ही में एक कोंग्रेसी प्रवक्ता ने राहुल बाबा की तुलना जय -प्रकाश नारायणजी से की हैं .पूर्व में लालूजी राजकुमार की तुलना गांधीजी से भी कर चुके हैं .वह लालूजी के अच्छे दिन थे .राहुल भारत -दौरे पर थे .लालूजी का आशय साफ़ था .राहुल बाबा आप लाठी और लंगोटी पहन कर भारत -यात्रा पर निकलिए,प्रधानमन्त्री ,मैं ,बनूंगा ।
मोहन प्रकाशजी क्या चाहते हैं हमें नहीं मालूम .बहर -सूरत इन तमाम चिरकुटों को निम्न पंक्तियाँ समर्पित हैं ।
कोंग्रेस में चहुँ और है संतों की भरमार ,
क्या दिल्ली क्या मुंबई -जयपुर ,
चमके कई हज़ार ।
नेता तो दो चार हैं ,एक है राजकुमार ,कोंग्रेस में चहुँ और है चमचों की भरमार ।
सहभावी :डॉ नन्द लाल मेहता वागीश .
सोमवार, 25 अक्तूबर 2010
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