ड्राइविंग अपने आप में इक विरस उबाऊ काम है ऐसे में गाडी चलाते हुए पसंदीदा रेडियो ट्यून करते चलना सुनना ,मोबाइल पर बतियाना इक ऐसा ध्यान भंग /दिस्त्रेक्सन है जो गाडी चालन को और भी सावधान और निरापद बनाता है .ए लिटिल डिस -ट्रेक्शन हेल्प्स ड्राइविंग लाइक ए स्मालर डोज़ ऑफ़ बेक्टीरिया देट वार्ड्स ऑफ़ ए सीरियस इन्फेक्शन ।
बेशक पूर्व के अध्ययन इसके विपरीत गाडी चलाते वक्त मोबाइल पर गपियाने को दुर्घटना की इक संभावित वजह बतलाते रहें हैं लेकिन ताज़ा अध्ययन का तर्ज़े बयाँ इसके विपरीत है ।
अब कंसास यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने पता लगाया है जो लोग गाडी चलाते वक्त किसी सेकेंडरी टास्क में उलझ जाते हैं वह ड्राइविंग के प्रति भी थोड़ा और सचेत रहतें हैं सड़क सचेत ज्यादा रहतें हैं ज्यादा संकेंद्रित रहतें हैं अपनी ड्राइविंग के प्रति .क्योंकि ये तमाम बातें गाडी चालन कर्म की विरसता /नीरसता /थकाऊ /उबाऊ पन को तोड़तें हैं .उबाउपन खुद दुर्घटना की इक वजह बन सकता है .
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