लेज़र की तरह इक एक्रोनियम/एक्रोंय्म /संक्षिप्त रूप है वेज़र यानी "वी ए एस ई आर "जिसका विस्तार है :वाइब्रेशन एम्प्लीफिकेशन ऑफ़ साउंड एनर्जी एट रेजोनेंस ।
इसका स्तेमाल सिर्फ बॉडी कंटूरिंग(साड़ी दुनिया की सब से ज्यादा सेक्सी ड्रेस नारी देह -यस्टी के मुखर होने वाले इन्हीं कंटूर्स की वजह से मानी जाती है )के लिए ही नहीं न्यूट्रिनो की तरह यूथ की पहुँच से बाहर"इल्युज्नरी एब्स" के लिए भी किया जाता है .इट इज ए होली ग्रेल ऑफ़ यूथ दीज़ डेज़ .जहां हर कोई शाहरुख /आमिर /सलमान बनना चाहता है ।
इन दिस सर्जिकल प्रोसीजर फस्ट दी फैट इज रिमूव्ड फ्रॉम दी बॉडी इन लोंगित्युडिनल लाइंस (लेंग्थ वाइज़ )बाई किर्येतिंग ह्म्प्स इन सच ए वे देत इट क्रियेट्स एन इल्यूज़न .दिस इज डन बाई एचिंग दी स्किन एंड रिमूविंग सुपरफिशियल (सर्फेस )फैट बाई सेग्रिगेतिंग इट फ्रॉम सराउंडिंग टिश्यु थ्रू 'लाइपो -सक्शन '(चूषण विधि द्वाराशरीर में ज़मा वसा की निकासी )।
बेहद माहिरी (एक्स्पर्तीज़ )चाहिए इस असाधारण शल्य चिकित्सा के लिए .आम प्लास्टिक सर्जन के बूते की बात नहीं है यह विशेषीकृत सर्जरी .इस आर्ट को निरापद बनाने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और कौशल चाहिए ।
भारत भर में इस सर्जरी को संपन्न करने केलिए कुल दस मशीनें हैं .शल्य और यह टेक्नोलोजी ,इससे सम्बद्ध इक्यूपमेंट बेहद महंगा है .माहिरों में माहिर कितने हैं इसका भी कोई निश्चय नहीं सिर्फ कयास लगाया जा सकता है ।
विशेष :भ्रम में जीना ठीक नहीं .खुद को मुगालते में रखने से क्या हासिल होगा ?सिर्फ जानकारी के लिए यह रिपोट लिखी गई है .मैं व्यक्तिगत तौर पर इसका समर्थन नहीं करता .
मंगलवार, 22 फ़रवरी 2011
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