ओरगेनिक फ़ूड लेस न्यूट्री -शश देन नोर्मल ,सेज स्टडी (मुंबई मिरर ,मुंबई ,फरवरी २४ ,२०११ ,पृष्ठ २७ )।
इक नवीन अध्ययन में ओरगेनिक फल और तरकारियों को स्वाद और पोषण मान (न्यूट्रीशन )में रासायनिकखाद अन्य तामझाम और उर्वरकों द्वारा उगाई गई सब्जियों और फलों के बरक्स दोयम दर्जे का बतलाया जा रहा है .न स्वाद न पुष्टिकर तत्व ।
कंज्यूमर वाच डॉग "व्हिच "के इक दो साला अध्ययन के अनुसार आधुनिक तरीकों से उगाये गए टमाटर ,आलू ,ब्रोक्काली को ज्यदा स्वादिष्ट और पोषण युक्त पाया गया है बरक्स इनके कार्बनिक उत्पाद के (ओरगेनिक प्रोड्यूस के )।
नॉन -ओरगेनिक ब्रोक्काली /कालाब्रेसे में ज्यादा एंटी -ओक्सिडेंट भी पाया गया है ओरगेनिक के बनिस्पत ।
आप जानतें हैं एंटी -ओक्सिदेंट्स को स्वास्थ्य के लिए अच्छा ,बुढापे को मुल्तवी रखने वाला ,कैंसर रोधी माना गया है ।
नॉन ओरगेनिक पोटेतोज़ में अपेक्षाकृत ज्यादा विटामिन -सी पाया गया है ।
स्वाद के माहिरों के इक पेनल ने नॉन -ओरगेनिक टमाटरों को ज्यादा स्वादु ,स्त्रोंगर फ्लेवर और मीठा बतलाया है ।
इस छोटे से ट्रायल के नतीजे चौंकाने वाले साबित हुए हैं ।
विशेष :जो हो रासायनिक खादों और उर्वरकों से सने फल और तरकारियाँ भी तो निरापद नहीं पाई गईं हैं .कमसे कम भारत के सन्दर्भ में तो यह निर्विवाद है .
गुरुवार, 24 फ़रवरी 2011
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