सोमवार, 21 फ़रवरी 2011

कोई पचास अरब सितारे होंगें हमारी दूध -गंगा में...

हमारी मिल्की वे गेलेक्सी (कुंडली नुमा नीहारिका में )ग्रहों की पहली गणनाका अनुमान लगालिया गया है इसके लिए नासा के ग्रह अन्वेषी केप्लर टेलिस्कोप से प्राप्त तथ्यात्मक आंकड़ों के आधार पर स्थिति का आकलन किया गया है .तकरीबन ५० अरब ग्रह होने का अनुमान लगाया गया है जिनमे से ५० करोड़ पर धुर तापमान नहीं हैं ये ग्रह नबहुत ज्यादा गर्म हैं न बे -इन्तहा ठन्डे ।
तारा विज्ञान के माहिरों ने पहले बरस में रात्रि आकाशके छोटे से हिस्से का अवलोकन करने के बाद इस संभावना पर विचार किया तारा मंडलों के कितने ग्रह -परिवार बेटे पोते (ग्रह ,उपग्रह )हो सकतें हैं।
पृथ्वी और सितारों के बीच से जब भी कोई ग्रह गुज़रता है केप्लर उसका संज्ञान ले लेता है ।
अब तक केप्लर कोई १२३५ उम्मीदवार ग्रहों (केंदिदेत प्लेनेट्स का जायजा ले चुका है .जिन्हें ग्रह होने का पात्र समझा गया है ).इनमे से ५४ ऐसे इलाके में हैं जहां जीवन के अनुकूल परिस्थितियाँ मौजूद हैं .इस इलाके को गोल्दीलोक्स ज़ोन कहा जाता है ।
केप्लर का मुख्य मकसद हमारी दूध गंगा में एकल ग्रह संसार की टोह लेना नहीं है यह आंकना है इनमे से कितने आवास की सुपात्रता ,जीवन के anukool हो सकतें हैं .

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