सोमवार, 14 फ़रवरी 2011
क्या मधु ग्रस्त पुरुष नसबंदी करवा सकता है .?
शुक्र (स्पर्म्स )को गर्भाशय के स्थान तक ले जाने वाली नलियाँ शुक्रवाहिनी कहलाती हैं .वैसक -टामी /पुरुष नसबंदी में इन्हें काटकर गांठ बाँध दी जाती है .इस स्थित में वीर्य तो बाहर आता लेकिन उसमे स्पर्म नहीं होते .कुल डिस्चार्ज तरल भाग में इनका %१ फीसद ही होता है शेष ९९%तरल पूर्व - वत स्खलन /डिस -चार्ज के साथ बाहर आता है .इस प्रक्रिया को उलटा भी जा सकता है यानी पुरुष इक बार फिर किसी भी महिला को प्रग्नेट कर सकता है .इसका कोई भी दुष्प्रभाव नहीं है .निरापद है यह शल्य .मधु -मेह ग्रस्त पुरुष के लिए भी .
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