जी हाँ क्योंकि यह उस समय की दिनचर्या /खान- पान दवा से ही नियंत्रित है .चूक होते देर नहीं लगती .इसलिए पखवाड़े में इक मर्तबा या फिर माह में इक बार ज़रूर फास्टिंग और पोस्ट प्रेंदियलब्लड सुगर (नाश्ते के बाद )जांच ज़रूर करवातें रहें ।
रोग पुराना हो जाने ,बेहिसाब बे -काबू रहने लगे ,घर में ही ग्लुको - मीटर रखें ,अपने डायबेतो -लोजिस्ट के कहे अनुसार जांच करते रहें .सभी ग्लुको -मीटर सटीक जांच देते हैं इनपर आप भरोसा कर सकतें हैं .
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
2 टिप्पणियां:
आधे घंटेके अन्दर 3 वॉर ग्लुको मीटर से जाँच की पर हर बार 30 mg/dl, 40 mg/dl का फर्क रिपोर्ट दिखता है क्यों?
ये ब्लड सुगर लेवल में जल्दी जल्दी उतार चढ़ाव का का द्योतक भी हो सकता है कितना बरस पुराना हो गया रोग ये भी जानना ज़रूरी है .डिजिटल मान डिजिटल वेलुए इज़ इंडीकेटिड में आल्सो हेव फाल्ट .
एक टिप्पणी भेजें