ब्लेम ब्रेन ,नोट होरमोन ,फॉर देट टाइम ऑफ़ दी मन्थ (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,फरवरी १५ ,२०११ ,पृष्ठ २५ )।
पहले हम आपको बत्लादें प्रिमेन्स्त्रुअल डिस -फोरिक डिस -ऑर्डर माहवारी पूर्व के संलक्षणों (प्री -मेंस -ट्र्युअल सिंड्रोम /सिम्पटम्स )का ही इक उग्र रूप है .तकरीबन माहवारी पूर्व के संलक्षणों से ग्रस्त महिलाओं में से ८ % मूड स्विंग्स से इस तरह आजिज़ आजातीं हैं कि वह रोज़ मर्रा के काम ,इक स्ट्रक्चर्ड रूटीन फोलो ही नहीं कर पाती हैं .उनके व्यक्तिगत जीवन में यह इक समस्या के रूप में आड़े आता है यही उग्रतर रूप माहवारी पूर्व के कष्टों का प्री -मेंस -ट्र्युअल डिस -फोरिक डिस -ऑर्डर कहलाता है ।
अब पता चला है इन कष्टों के लिए हारमोनों का उतार चढ़ाव नहीं चंद दिमागी कोशायें जिम्मेवार हैं .इन दिमागी कोशिकाओं (ब्रेन सेल्स )को गाबा (जी ए बी ए रिसेप्टर्स )रिसेप्टर्स कहा जाता है .केलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के साइंसदानों का यह अध्ययन विज्ञान पत्रिका 'न्यू -साइंटिस्ट 'में प्रकाशित हुआ है ।
साइंसदानों ने महिलाओं के दिमाग का ब्रेन स्केन लेकर इस बात का पता लगाया दिमाग के किस हिस्से में ग्लूकोज़ का अपचयन (मेटाबोलिज्म )संपन्न होता है .अध्ययन में इक दर्ज़न महिलायें प्री -मेंस -ट्र्युअल -डिस -ऑर्डर से ग्रस्त तथा इतनी ही इस तकलीफ से मुक्त शामिल की गईं .इनके दिमाग की गतिविधि (संचालन प्रक्रिया )पूरे मासिक चक्र के विभिन्न चरणोंके दरमियान में नोट की गई ।
१-६ अंक वाले इक पैमाने पर संलक्षणों की उग्रता महिलाओं ने दर्ज़ की .हारमोनो का स्तर पता लगाने के लिए मासिक चक्र के अलग अलग चरणों (फेज़िज़ )में ब्लड सेम्पिल भी लिए गए ।
तकरीबन सभी महिलाओं में दोनों वर्ग की संलक्षण ग्रस्त तथा मुक्त में हामोन प्रोजेस्टीरोंन के स्तर में समान घटबढ़ दर्ज़ की गई ।
पता चला संलक्षणों से ग्रस्त महिलाओं के दिमाग के इक हिस्से (सेरिबेलम )में लुटेअल फेज़ में अतिरिक्त दिमागी गतिविधि अपने चरम (शीर्ष /शिखर /अधिकतम )पर थी .संलक्षणों से मुक्त महिलाओं में ऐसा कुछ भी न था .यह गति विधि जितनी ज्यादा थी संलक्षण भी उसी अनुपात में उग्र थे ।
बेशक इस चरण में संलक्षण मुक्त महिलाओं में इस चरण में प्रोजेस्टीरोंन स्तर बढे रहे ।
पता चला 'प्री -मेंस -ट्र्युअल डिस -फोरिक डिस -ऑर्डर '/पी एम् डी डी में सेरिबेलम में गाबा कोशिकाओं की आकृति (शेप ) बदल जाती है .यह काम प्रोजेस्टीरोंन करता है .ऐसे में गाबा इनसे बाइंड नहीं कर पाता इसीलिए बे -चैनी कम नहीं हो पाती .और संलक्षणों से ग्रस्त महिलाओं की बे -चैनी 'लेट लुटेअल फेज़ ' में बनी रहती है ।
लुटेअल फेज़ है क्या ?
इट इज ए फेज़ रिलेतिंग टू दी मेंस -ट्र्युअल साइकिल बिटवीन दी फोर्मेसन ऑफ़ ए येलो मॉस ऑफ़ टिश्यु (कोर्पस लुटयूम)आफ्टर दी रिलीज ऑफ़ एन ओवम एंड दी स्टार्ट ऑफ़ दी नेक्स्ट पीरियड .
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