म्युफा ,प्युफा ,एस वी ओ क्या हैं ?
म्युफा यानी एम् यु ऍफ़ ए संक्षिप रूप है मोनो -अन सेच्युरेतिद -फैटी एसिड्स का तथा पी यु ऍफ़ ए का विस्तार है पोली -अन -सेच्युरेतिद -फैटी एसिड्स और एस वी ओ है सेच्युरेतिद वेजिटेबिल आयल ।
अन सेच्युरेतिद फैटी -एसिड्ससे लेकर वनस्पति तेलों तक ,सभी तेल और चिकनाई ट्राई -ग्लीस -राइड्स कहलातें हैं .यह ग्लीस्रोल से व्युत्पन्न हुए हैं .ग्लीस्रोल तीन फैटी चेन्स /तीन वसायुक्त श्रृंखलाओं से जुड़ा होता है .इन्हीं फैटी चेन्स में कार्बन चेन्स भी होती हैं .हरेक कार्बन अणु स्वयं दो हाइड्रोजन अणुओं से जुड़ा हो सकता है ।
लेकिन यदि वसायुक्त श्रृंखला में सभी कार्बन अणु हाइड्रोजन अणुओं से ही जुड़े हुए हों तो यह संतृप्त तेल कहलाता है .संतृप्त यानी सेच्युरेतिद आयल ।यही है सेच्युरेतिद वेजिटेबिल आयल .
हाइद्रोजिनेतिद वेजिटेबिल आयल /ट्रांस -फैट्स -डालडा वनस्पति ,डालडा घी यही है .यही जम जाता है धमनियों में ।
ओलिव आयल :यह एकल असंत्रिप्त वसा है जिसमे वसा युक्त श्रृंखला से हाइड्रोजन का एक ही अणु निकलता है .इसीलिए जैतून का तेल और ऐसे सभी तेल जिनकी रासायनिक बनावट ऐसी ही हो अच्छे बतलाये जातें हैं दिल के लिए ।मोनो -अन -सेच्युरेतिद तेल यहीं हैं .
पोली -अन सेच्युरेतिद फैटी -एसिड्स /आयल :वसायुक्त श्रृंखला से इनमे एक से अधिक हाइड्रोजन अणु निकलतें हैं .इसीलिए इन्हें बहु -संतिप्त वसाएं कहा जाता है .सरसों का तेल इसका अच्छा उदाहरण है /मिसाल है जिसे दिल के लिए सर्वोत्तम बतलाया जाता है .सूरज -मुखी का तेल भी इसी वर्ग में है ।
ह्रदय रोग न होने रहने पर मधुमेह रोगी मोडरेशन में तीनों ही प्रकार की चिकनाई/वसाएं ले सकता है.लेकिन इनकी कुल हिस्सेदारी खुराक से प्राप्त कुल केलोरीज़ का २०-३० % से ज्यादा न हो .यदि आपके लिए कुल १६०० केलोरीज़ (खुराकी ) की सिफारिश की गई है तब वसा से प्राप्त केलोरीज़ ३२० केलोरीज़ की हद में रहनी चाहिए .इसमें भी तीनों किस्म के तेलों की हिस्सेदारी बराबर -बराबर यानी १०%होनी चाहिए ।
सरसों के तेल में संतृप्त वसा ६ भाग ,असंत्रिप्त ७३ तथा बहु -संतृप्त २१ भाग है .जैतून के तेल में यही हिस्सेदारी १.८ ,९८ ,तथा १.२ है .सूरजमुखी में ८,३४ ,५८ है .मक्का के तेल में १७ ,२५ ,५८ है .तिल का तेल (सेसमी आयल )में १४ ,४६ ,४० लिए है .मूंग फली में २० ,५४ ,२६ तथा नारियल का तेल (कोकोनट आयल )९० ,८,२ भाग लिए है .कपास का तेल तथा कोटन सीड्स से प्राप्त तेल क्रमशय:९१ ,८ ,१ तथा ३४ ,२६ ,४० भाग लिए है .ताड़ का तेल ८० ,१३ ,७ भाग लिए है ।
सोयाबीन में १५ ,२५ ,६० वनस्पति तेल में ७६ ,१९ ,५ भाग हैं .नारंगी का तेल ११ ,१३ ,७६ भाग वसा अनुपात लिए है .
रविवार, 27 फ़रवरी 2011
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