क्ल्यू टू ब्रेस्ट कैंसर मे लीड टू क्योर सून (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,फरवरी २३ ,२०११ ,पृष्ठ २३ )।
ब्रितानी इंस्टिट्यूट ऑफ़ कैंसर रिसर्च की इक टीम ने लगता है कैंसर का इलाज़ ढूंढ लिया है .साइंसदानों ने इक ऐसे एंजाइम (किण्वक )की शिनाख्त की है जो ट्यूमर की वृद्धि को प्रेरित करता है .इलाज़ योग्य एकल ट्यूमर को शरीर के दूसरे अंगों तक कैंसर गांठ के रूप में ले जाता है .आम भाषा में इसे लोग जड़ वाला फोड़ा भी कह देतें हैं ।
साइंसदान कहतें हैं यदि ऐसी दवाएं खोज ली जाएँ जो इस एंजाइम को बाधित करदें तब कैंसर को इसी आरम्भिक चरण में रोककर पुख्ता इलाज़ किया जासकता है .इसकी मेटास्टेसिस (इक अंग से दूसरे तक फैलाव )को समय रहते थामा जासकता है .कैंसर के अंतिम चरण में इस मेटा स्तेसिस को रोकने का कोई भी उपाय नहीं है ।
कैंसर इलाज़ में इसे इक बड़ा ब्रेकथ्रू ,इक महत्वपूर्ण कदम इक ख़ास खोज बतलाया जारहा है .
बुधवार, 23 फ़रवरी 2011
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