नाव, गिफ्ट ए रोज़ देट लास्ट्स अपटू ए मन्थ (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,फरवरी १५ ,२०११ ,पृष्ठ २१ )।
साइंसदानों ने गुलाब के इक आनुवंशिक तौर पर सुधरी हुई किस्म तैयार कर ली है जिसके पुष्प दाल से तोड़े जाने के बाद महीना भर तक यूं ही मुकाते गाते तारो -ताज़ा बने रहेंगे .क्योंकि इन्हें गुलाब को लगने वाले रोग नहीं घेरेंगे .मुर्झायेंगें नहीं ये फूल डाल से जुदा होकर .सुख दुःख में सम भाव बनाए रहेंगे .'बोत्र्य्तिस 'या पीटल ब्लाईट से निजात दिलवाने के लिए इनमे इक जीवन इकाई सिलेरी जीन की उपलब्ध करवाई गई है .यही है गुलाब की आनुवंशिक तौर पर संशोधित किस्म ।
इस सिलेरी जीन को 'मनिटोल डि -हाइड्रो -जिनेज़ 'कहा जा रहा है .इस शोध को अंजाम दिया है नोर्थ केरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसर्च्दानों ने .गुलदान /पुष्प पात्र में देर तक खिले रहेंगे ये पुष्प .प्रेमिका के केशों में भी .
मंगलवार, 15 फ़रवरी 2011
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