गर्भावस्था के दरमियान महिलाओं द्वारा मीठी चीज़ों का ज्यादा चस्का /सेवन गर्भस्थ लड़कियों के विकास को असर ग्रस्त करता है ,पुष्टिकर तत्व गर्भस्थ कन्याओं तक पूरे नहीं पहुँच पातें हैं लेकिन गर्भस्थ लडकों के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं होता है .विकास सामान्य तौर पर चलता रहता है ।
ऑकलैंड तथा न्यूज़ी -लैंड विश्विद्यालयों के रिसर्चरों ने यही निष्कर्ष अपने ताज़ा अध्ययन से निकाले हैं ।
स्तन -पाइयों(मेमल्स ) पर संपन्न आजमाइशों से इल्म हुआ ,गर्भवती माताओं द्वारा इस अवधि में शक्कर का ज्यादा सेवन नर और मादा संतानों को अलग अलग तरीके से प्रभावित करता है ।
इंडो -क्राई -नोलोजी जर्नल में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :मदर्स स्वीट टूथ बेड फॉर गर्ल्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,फरवरी २८ ,२०११ ).
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