रविवार, 24 अप्रैल 2011

विक्टोरिया युग में हिस्टीरिया .

१८५९ में एक काया चिकित्सक ने ज़ोरदेकर कहा-"एक चौथाई औरतें हिस्टीरिया से फ्राट्स रहतीं हैं "।
एक काय चिकित्सक ने ७५ पन्नों में इस रोग के लक्षणों के बारे में विस्तार से लिखा ,फिर भी कहा अभी सूची अधूरी है .लक्षण अभी और भी हैं इस रोग के जो गिनती में नहीं आयें हैं .हालत ये थी इन लक्षणों में उस दौर के बाकी सभी रोगों के लक्षणों का समावेश था .काय चिकित्सकों की उस दौर की सोच के अनुसार -आधुनिक जीवन के तमाम दवाब ,तनाव ने उस दौर की औरत को स्नायु तंत्र के विकारों के प्रति ज्यादा ससेप्तिबिल (रोग प्रवण)ही नहीं बना दिया था ,प्रजनन ट्रेक्ट के भी विकारग्रस्त विकास के मौके पैदा कर दिए थे ।
अमरीका में भी नर्वस सिस्टम के इन विकारों से औरतों को योरोपी औरतों की तरह ग्रस्त होते देख उस वक्त के एक नामचीन काय चिकित्सक ने ख़ुशी ज़ाहिर की थी -चलो हम योरोप से टक्कर ले रहें हैं हिस्टीरिया के मामलें में ,डॉ तो यही चाहतें हैं लोग बीमार रहें ,उनका धंधा चलता रहे ,यही इस सोच के पीछे चलने वाला विचार था ।
क्योंकि इस बीमारी से मौत का तो कोई ख़तरा नहीं था लेकिन इलाज़ लगातार और लंबा चलता था .बेशक वेजिनल मसाज (योनी की उंगलियों से योनी की मालिश )का घंटों का काम उन्हें गैर -दिलचस्प ही नहीं मुश्किल भी लगता था .इसे ही पेल्विक मसाज कह दिया जाता था (यही काम आज वाइब्रेटर वफादारी के साथ करता है ).क्योंकि "हिस्तेरिकल पेरोक्सिसिज्म "में ओर्गेज्म तक महिला को ले जाने के लिए उन्हें बाकायदा प्रशिक्षण की ज़रुरत पडती थीं .मिड -वाइव्ज़ के पास मरीजा को भेजने का मतलब अपनी कमाई से हाथ धोना था ,जो अकसर इस काम में काहारत हासिल किये रहतीं थीं ।
वाइब्रेटर ने आकर इस काम को आसान बना या घंटों का काम चंद मिनिटों में निपटने लगा ।
उन्नीसवी शती के आते ही ,हाई -ड्रो -थिरेपी तरकीबों का स्तेमाल नहाते वक्त किया जाने लगा .हाई -प्रो-फ़ाइल बेडिंग रिज़ोर्ट्स में अमरीका और ब्रिटेन में यह एक मुख्य आकर्षण बनने लगा ।
१८७० में बाकायदा वाई -ब्रेटर आगया काय- चिकित्सक का सहायक बनके .१८७३ में फ्रांस के एक असाइलम में हिस्टीरिया के इलाज़ में पहली मर्तबा "इलेक्ट्रो -मिकेनिकल -वाई -ब्रेटर "का स्तेमाल किया गया .यह एक क्लोक वर्क -चालित -वाई -ब्रेटर था ।
पूर्व में स्पेक्युलम का स्तेमाल खासे विवादों के केंद्र में आगया था .बीसवीं शती में "वाई -ब्रेटर "सहज ही उपभोक्ता बाज़ार में जगह बना गया .अब इसका स्तेमाल घर की निजता और एकांत में होने लगा ।
सीयर्स केटालोग ऑफ़ होम इलेक्ट्रिकल एप्लाइयेन्सिज़ में एक उठाऊ (सम्वाहीय ,पोर्टेबिल )वाई -ब्रेटर के बारे में कुछ यूं लिखा गया -"वेरी यूजफुल एंड सेतिस्फेक्तरी फॉर होम सर्विस "-ए पोर्टेबिल वाई -ब्रेटर विद एतेच्मेंट्स।
हिस्टीरिया की दूसरी चिकित्सा में "बेड रेस्ट ",बिना मिर्च मसाले का भोजन (ब्लेंड फ़ूड ),सेक्ल्युज़न(एकांतवास ),दिमागी कामों से परहेज़ (पढ़ना ,लिखना आदि ),सेंसरी डिप -राई -वेशन (ज्ञानेन्द्रियों से प्राप्त सुख से दूर -दूर रहना ,न नैन सुख न ...).
(ज़ारी...).

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