गुरुवार, 28 अप्रैल 2011

क्या है सेरिब्रल पाल्ज़ी?

माँ -बाप बहुत ही हर्षित होकर बतलातें हैं हमारे बच्चे ने पहला शब्द ये बोला था अमुक दिन(फलां दिन ) उसने चलना सीखा था ,धरा पे पहला कदम रखा था लेकिन सेरिब्रल पाल्ज़ी से ग्रस्त कितने ही बच्चे यह पहला शब्द नहीं बोल पाते ,पहल नहीं कर पाते ठुमक ठुमक चलने की .
इनमे से कितने ही बच्चे वील चेयर्स का कितने ही बैशाखियों (क्रचिज़ ,ब्रेसिज़ )का स्तेमाल करतें हैं .कितने ही बोल नहीं पाते ,चल नहीं पाते खा नहीं पाते ,पोश्चारिंग में दिक्कत आती है ।
हमारा दिमाग ही बाकी शरीर को बताता है कब क्या करना है सेंसरी न्युरोंस सूचना लातें हैं और मोटर न्युरोंस आदेश लेके लौटतें हैं गति का ,पोश्चर का संचालन करतें हैं .दिमाग की एक कोशिका को ही न्यूरोन कहा जाता है .पूरा टेलीफोन एक्सचेंज है हमारा दिमाग .
और दिमाग ही असर ग्रस्त होता है इस कंडीशन में जिसे सेरिब्रल पाल्ज़ी कहा जाता है ,सीपी कहतें हैं ।
इसीलिए जहां तक -
परिभाषा :
का सवाल है तो सेरिब्रल पाल्ज़ी को मूवमेंट ,मसल टोन,या पोश्चर का एक विकार कहा जाता है जिसकी वजह गर्भस्थ भ्रूण के पनपते दिमाग को पहुँचने वाली कोई चोट ,विकास सम्बन्धी कोई अ-सामान्यता बनती है .दिमाग को चोट प्रसव के दौरान भी पहुँच सकती है इसके फ़ौरन बाद भी ।
सीपी के लक्षण शैशव काल में ही या फिर प्री -स्कूल ,प्ले -स्कूल डेज़ में ही प्रकट हो जातें हैं ,मुखर हो जातें हैं .
सेरिब्रल का मतलब दिमाग से सम्बंधित तथा पाल्ज़ी का मतलब कमजोरी समस्या महसूस करना है चलने में एक ढाल उठने बैठने में मुद्रा सुनिश्चित करने में ।
अब दिमाग का कौन सा हिस्सा डेमेज हुआ है ,जन्म से भी पहले,कौन सा हिस्सा विकार ग्रस्त हुआ है विकाशशील दिमाग का फीटस के , गर्भ में , प्रसव के दौरान या फिर प्रसव के फ़ौरन बाद वही तय करता है कि कबकौन से हिस्से के क्षतिग्रस्त होने पर बच्चा बोल नहीं पायेगा कब पेशियों पर काबू नहीं रख सकेगा ,कब कोई सुनिश्चित मुद्रा में उठ बैठ नहीं सकेगा .हज़ारों बच्चे सीपी से असर ग्रस्त होतें हैं हर साल .
(ज़ारी...).

कोई टिप्पणी नहीं: