बैशाखी से दो रोज़ पहले यानी ११ अप्रेल को दुनिया भर में चौदहवाँ विश्व-पार्किन्संज़ डे मनाया गया .अप्रेल का पूरा महीना इस कम ज्ञात रोग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए है .
इस मौके पर दवा निगम "ग्लेक्सो स्मिथ क्लाइन "फिलिपाईन्स में हाल ही में इस रोग के प्रबन्धन के लिए एक नवीन थिरेपी लौंच की है .अलावा इसके इस मौके पर निगम ने एक मीडिया कोंफरेंस भी बुलाई जिसमे नामचीन न्यूरो -लोजी और मनो -रोगों के माहिर प्रोफ़ेसर डॉ .रेमोन (रयमोंद)रोसालेस के साथ एक लम्बी बातचीत पार्किन्संज़ रोग के बारे में की ।
उसी बातचीत के कुछ ख़ास अंश हम यहाँ प्रस्तुत कर रहें हैं :
अनुमान है ,इस देश में प्रति एक -लाख के लोगों के पीछे १००-१८० लोग इस रोग से ग्रस्त हो सकतें हैं .इनमे से हर साल ४-२० मामलों कीलाक्षणिक रोग निदान के बाद पुष्टि हो जाती है ।
अल्ज़ाइमर्स रोग के बाद यह दूसरा बड़ा "न्यूरो -डिजें -रेटिव-डिस -ऑर्डर "है जो एक उम्र के पार (अमूमन पचासे के पार )लगातार बढ़ता चला जाता है ।
फिलिपीन्स में इस रोग से एक लाख बीस हज़ार पचास- साले-लोग ग्रस्त हैं .यह संख्या वहां की आबादी का १%बैठता है ।
(ज़ारी ...).
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