एक्स -पेक -टे -शंस (प्रोग्नोसिस )फॉर अल्ज़ाइमर्स डिजीज :
हर व्यक्ति का मामला जुदा रहता है कुछ के लक्षण बद से बदतर होने में कम तो कुछ के ज्यादा वक्त लगता है .अगर यह रोग तेज़ी से बढ़ता है तो उतनी ही तेज़ी से बदतर भी होता है .औसत आम आदमी से पहले इनकी मृत्यु हो जाती है बेशक रोग निदान के बाद मरीज़ रोग के साथ ३ -२० सालों तक बना रहता है .
रोग का अंतिम चरण चंद महीनों से लेकर सालों साल भी खिंच सकता है .इस दरमियान मरीज़ इक दम से जड़(वेजिटेतिव एग्ज़िस्तेंस ),अक्षम बना रहता है ।
मौत का कारण कोई रोग संक्रमण या फिर किसी प्रमुख अंग ,अंग -तंत्र का काम न कर पाना बनता है .
(ज़ारी...).
बुधवार, 20 अप्रैल 2011
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