मंगलवार, 19 अप्रैल 2011

अल्ज़ाइमर्स(लक्षण )ज़ारी...

थिंकिंग एंड रीजनिंग :इसकी चर्चा गत पोस्ट में की थी अब आगे पढ़िए ....
मेकिंग जज्मेंट्स एंड डीसी- जंस:
मान लीजिये गैस पर पक रही कोई चीज़ जल रही है अल्ज़ाइमर्स से ग्रस्त व्यक्ति को इसका पता ही नहीं चलेगा ,न ही वह कुछ कर सकेगा उसे नहीं सूझेगा इस स्थिति में गैस बंद करदेना .इसी प्रकार अन -अपेक्षित ड्राइविंग सिच्युएसन्स में वह कुछ नहीं कर सकेगा ।
प्लानिंग एंड परफोर्मिंग फेमिलियर टास्क्स:दिनचर्या की चीज़ें इक शेड्यूल के हिसाब से मसलन खाना बनाना तो दूर वह रेसिपी ही भूल जाएगा ,फ़ुटबाल का मैच देखते देखते वह यह भूल जाएगा उसकी फेवरिट टीम कौन सी थी .जिसे वह बक अप कर रहा था .जैसे जैसे रोग बढ़ता है दिन चर्या में रहना मुमकिन ही नहीं रहता है ।
चेंज़िज़ इन पर -सने -लिटी एंड बिहेवियर :दिमाग में होने वाले परिवर्तन (न्यूरल सर्किट्स का नाश होकर टूटना कम होते जाना जिनकी चर्चा हम आगे करेंगें .)जैसे जैसे आगे बढतें हैं व्यक्ति के एक्ट और रिएक्ट करने सोचने के ढंग को असरग्रस्त करता चलता है .नतीजा हो सकता है :
(१)अवसाद ग्रस्त हो जाना यानी डिप्रेशन में चले आना ।
(२)नर्वसनेस ,बे -चैनी,एन्ग्जायती ।
(३)सामाजिक दायरे से अलग हो जाना (सोशल विड्रोवल )।
(४)मूड स्विंग्स (मिजाज़ का बदलना ,पल में तौला पल में मासा )।
(५)दूसरो में अविश्वाश (डिस -ट्रस्ट इन अदर्स )।
(६)अतिरिक्त रूप से अड़ियल रूख इख्तियार कर लेना ।
(७)चिड चिडाहट और आक्रामकता (स्वभाव में गर्मी )।
(८)चेंज़िज़ इन स्लीपिंग हेबिट्स ।
(९)वांड -रिंग .
(ज़ारी...).

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