इलाज़ के साथ मरीज़ के अच्छा होने के आसार अच्छे रहतें हैं लेकिन हरेक इतना सौभाग्यशाली सिद्ध नहीं होता है .कुछ लोगों में यह लौट लौट के आता रहता है .एपिसोड्स की पुनरावृत्ति होती है ,लक्षण बने रहतें हैं इस दरमियान .ऐसे मामलों में "कुइक ऑन गोइंग ट्रीटमेंट चाहिए ताकि ज्यादा गहन गंभीर दीर्घावधि "लॉन्ग टर्म डिप्रेशन "से बचा जा सके .ऐसे में कई मर्तबा इलाज़ भी लंबा खिंचताहै .
सोमवार, 18 अप्रैल 2011
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