यहाँ इस पोस्ट में हम कुछ ब्लॉग और ब्लोगिंग शब्द से ताल्लुक रखने वाले पारिभाषिक शब्दों की ही चर्चा करेंगे .साथ ही पुनरावृत्ति दोष के लिए मुआफी मांगेंगे ।
(१)ब्लॉग यानी चिठ्ठा क्या है ?
यह एक ऐसा अखबार या रिसाला है जिसके सर्वाधिकार एक ही व्यक्ति के पास होतें हैं .कह सकतें हैं -इट इज ए वन मेन शो ".एक ही व्यक्ति इसका लेखक (लिखाड़ी ),प्रूफ रीडर ,उप -सम्पादक ,सम्पादक ,मुख्य- सम्पादक ,मुद्रक ,प्रकाशक ,वितर्क ,विज्ञापक ,होकर और मालिक होता है .
(२)ब्लोगिंग :चिठ्ठा लेखन अथवा चिठ्ठाकारी ,चिठ्ठा -गिरी ,चिठ्ठाबाजी को ही ब्लोगिंग कहाजाता है अर्थात ब्लोगिंग एक प्रक्रिया एक मिकेनिज्म है चिठ्ठा जिसका परिणाम है .एक उत्पादक है दूसरा उत्पाद .
(३)टिपण्णी :इसे आप चिठ्ठा-कशी भी कह सकतें हैं बा-तर्ज़ ताना -कशी अलबत्ता यह तानाकशी से फर्क चीज़ है यहाँ सिर्फ प्रशंशा भाव ही है .वन इज तू वन रिलेशन शिप है ,नो अप -मेन -शिप .तू मेरे चिठ्ठे पे आ मैं तेरे पे आवूंगा. .(४)चिठ्ठा मोहन और चिठ्ठा मोहनियां :ये वो हस्तियाँ हैं ब्लॉग जगत की चिठ्ठों के माया लोक की जिनके चिठ्ठों पे चिठ्ठा- कशी बेतरह की जाती है .ये खुद भी करलेतें हैं .टिप्पणियों पे टिप्पणियाँ और इसीलिए टिप्पणियाँ सरकारी मंत्रालय में मंत्रियों की तरह बढती चली जाती हैं .
(५)चिठ्ठा -चौकड़ी (चिठ्ठा कॉकस ):यह चिठ्ठा मोहनों ,मोह्नियों का एक ऐसा समूह है जो निरंतर एक दूसरे के चिठ्ठों पे आते जाते रहतें हैं ।ये तमाम लोग "जंक "को भी अव्वल दर्जे की साहित्य -इक रचना घोषित कर सकतें हैं .
(ज़ारी ...)
शनिवार, 30 अप्रैल 2011
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