बुधवार, 9 मार्च 2011

इरेक्टाइल डिस -फंक्शन की वैकल्पिक चिकित्सा की ओर ...

स्पाइडर वेनम मे बी दी न्यू वियाग्रा .
इरेक्टाइल डिस -फंक्शन के समाधान की ओर इक कदम ब्राजील में पाए जाने वाले वानदरिंग स्पाइडर ने रखवा दिया है ।इक वैकल्पिक चिकित्सा बनकर आसकता है स्पाइडर वेनम लिंगोथ्थान अभाव की .मेडिकल कालिज ऑफ़ जोर्जिया की इक नवीन रिसर्च के मुताबिक़ इस वांड -रिंग स्पाइडर से काटे जाने के फ़ौरन बाद गंभीर अवांच्छित प्रभाव के रूप में 'अतिशय -लिंगोथ्थान 'ओवर इरेक्शन की समस्या सामने आई है .यह प्रभाव इसमें मौजूद इक वेनम ,इक विष यानी टोक्सिन का है .चार घंटे तक बने रहने वाला इरेक्शन अपने साथ ,पेशी नियंत्रण में कमी की समस्या भी पैदा करता है .सांस लेने में बेहद तकलीफ के अलावा जनरल पैन से भी दंशित व्यक्ति बे -चैन बना रहता है यहाँ तक कि तत्काल एंटी -वेनम चिकित्सा न मिलने पर मौत भी हो सकती है ऐसे व्यक्ति की जिसे इस आठ टांगों वाले मकड़े ने डस लिया है ।
इस स्पाइडर को आर्म्ड स्पाइडर ,बनाना -स्पाइडर तथा फोंयूट्रिया भी कहा जाता है .मेडिकल कोलिज ऑफ़ जोर्जिया की फिजियो- लोजी की माहिर डॉ .नुनेस केनिया इसकी डोज़ की आज़माइश उन चूहों पर कर चुकीं हैं जो इरेक्टाइल डिस -फंक्शन के साथ -साथ उच्च रक्त चाप से भी ग्रस्त थे ।
इस ड्रग डोज़ का काम करने का तौर तरीका व्याग्रा से भिन्न है .यह इक वैकल्पिक इलाज़ के बतौर काम में ली जा सकती है उन लोगों के जिन्हें फिलवक्त प्रचलित इलाज़ से कोई फायदा नहीं हो रहा है ।
प्रिअपिज्म यानी परसिस्टेंट इरेक्शन इस दवा का सिम्तम है जिसका दोहन किया जा सकता है इरेक्टाइल डिस -फंक्शन के मामलों में .

कोई टिप्पणी नहीं: