इन -एप्रो-प्रियेत ,इन -वोलंटरी - पैसेज ऑफ़ यूरिन इज काल्ड यूरिनरी -इन -कोंटिनेंस .अनेबिल टू कंट्रोल ब्लेडर इज इन -कोंटिनेंस .यानी जब आपका ब्लेडर पर से नियंत्रण हठ जाए वाशरूम जाते जाते लीकेज हो जाए .बेशक कोई भी इसका ग्रास बन सकता है लेकिन महिलाओं को ज्यादा सताता है यह लीकेज मर्दों के बरक्स .माइल्ड यूरिनरी लीकेज तो कभी न कभी हर महिला को असरग्रस्त करता ही है .,यही कहना है मारी रोस्सेर का .आप स्त्रीरोग और प्रसूति विभाग ,मोन्तेफ़िओरे मेडिकल सेंटर ,न्यू -योर्क सिटी कैम्पस ,में सहायक प्रोफ़ेसर के पद पर काबिज हैं .ओब्स्तेत्रिक्स और गाईनेकोलोजी की माहिर हैं ।
बेशक यह उम्र दराज़ महिलाओं में आम तौर पर देखने में आता है लेकिन अपेक्षाकृत युवा महिलाएं भी इसकी गिरिफ्त में आजातीं हैं ।
यहाँ हम सिर्फ "स्ट्रेस इन -कोंटिनेंस" और "अर्ज -इन -कोंटिनेंस" पर सरसरी निगाह डालेंगे ।
स्ट्रेस -इन -कोंटिनेंस :इट इज दी लोस ऑफ़ यूरिन /लीकेज ऑन एक्ज़र्शन मे बी ड्यूरिंग कफिंग एंड स्त्रेनिंग .कुछ औरतों में प्रसव के बाद (पोस्ट डिलीवरी )पेल्विक फ्लोर की पेशियों का कमज़ोर पड़ना इसकी वजह बन जाता है ।
अर्ज -इन -कोंटिनेंस :इट इज दी लीकेज ऑफ़ यूरिन देट एकाम्प्नीज़ एन इंटेंस डिजायर टूपास वाटर विद फेलियोर ऑफ़ रेस्त्रेंट यानी एक दमसे आपके वाश रूम की तरफ जाते जाते पेशाब थोड़ा बहुत निकल ही जाता है .(ज़ारी ...)
मंगलवार, 22 मार्च 2011
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