२० मार्च ,२०११ इतवार के रोज़ फुकुशिमा प्रिफ्रेक्चर से प्राप्त दूध तथा पडोसी इबाराकी प्रिफ्रेक्चर से प्राप्त पालक (स्पिनाच )की बिक्री को निलंबित कर दिया गया .इन खाद्यों में रेडियो -आयोडीन और रेडियो -सीजियम का स्तर सरकारी स्वीकृत सुरक्षित समझी जाने वाली सीमा से ऊपर चला गया .दोनों प्रिफ्रेक्चारीज़ से प्राप्त तरकारियों और फलों के वितरण पर भी रोक लगादी गई है ।
टोक्यो के उत्तर पूर्व का यह इक प्रमुख इलाका है जो फल तरकारियों और चावल की टोक्यो को आपूर्ति करवाता है ।
पूर्व में फुकुशिमा एटमी बिजली संयंत्र के ३० किलोमीटर के घेरे से पैदा उत्पाद (दूध आदि )पर रोक लगाईं गई थी .अब यह रोक १२० किलोमीटर केघेरे से प्राप्त उत्पादों के लिए भी लागू करदी गई है ऐसा इबाराकी प्रिफ्रेक्चर से प्राप्त पालक के नमूनों की विकिरण जांच के बाद ही किया गया है ।
फुकुशिमा प्रिफ्रेक्चर से चार अलग अलग जगहों से उठाए गए दूध के नमूनों में रेडियो-आयोडीन १३१ का स्तर स्वीकृत सीमा से २०%ऊपर से लेकर १७ गुना तक बढाहुआ पाया गया है .
इक और जगह पर जांच के बादरेडियो - सीजियम का स्तर स्वीकृत सीमा से ५%ऊपर पाया गया है ।
इबाराकी में पालक के नमूनों में दस अलग अलग जगह से जांच के बाद ५%से लेकर २७ गुना ज्यादा पाया गया है ।
७जगह पर सीजियम का स्तर ४%से बढ़कर ४गुना तक दर्ज़ हुआ ।
फुकुशिमा की बोइलिंग वाटर टाइप एटमी भट्टी से रेडियो -विकिरण उप -उत्पाद के रूप में युरेनियम ईंधनकी छड़ों से रेडियो आयोडीन और रेडियो सीजियम रिसते रहें हैं इनमे से पहले की हाल्फ लाइफ सिर्फ ८ दिन तथा दूसरे रेडियोसक्रिय -आइसोटोप सीजियम १३७का अर्द्ध जीवन काल ३० वर्ष है .इनसे बचाव के लिए पूर्व में स्टेबिल आयोडीन इंजेस्ट करने की सलाह दी गई थी .
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