शुक्रवार, 25 मार्च 2011

इसलिए भी ज़रूरी है "गुड नाइट्स स्लीप ".

एक से ज्यादा वजहें मौजूद हैं पूरी नींद लेने की .एक नवीन अध्ययन के अनुसार जिस रात लोग सिर्फ चार घंटा ही ले -देके सो पाते हैं उससे अगले दिन वे ज्यादा खातें हैं .खासकर महिलाओं को ऐसा होने पर आप ज्यादा खाते देखिएगा अगले पूरे दिन भर में वह औसतन ३२९ केलोरीज़ फ़ालतू लेलेतीं हैं अपनी सामान्य खुराकी केलोरीज़ से जबकि मर्दों के मामले में खुराक में २६३ केलोरीज़ ही फ़ालतू जातीं हैं बनिस्पत उन दिनों के जब वे भरपूर ज़रूरी नींद लेते हैं ।
ये नतीजे पूर्व के उन अध्ययनों की भी पुष्टि करते लगतें हैं जिनमे "इन -सफिशियेंत स्लीप एंड ओवरवेट ".यानी अपर्याप्त नींद और मोटापे में एक अंतर सम्बन्ध खंगाला गया है .यह अध्ययन उनसे आगे निकल कर वजन बढ़ने /मोटापे का एक कारक ,काज़ेतिव एजेंट ढूंढ निकालता है .कूलाम्बिया यूनिवर्सिटी के न्यू -योर्क ओबेसिटी रिसर्च सेंटर के अगुवा शोधकर्ता मारी -पिएर्रे एस .ओंगे ,पीएच .डी का यही कहना है ।
अकसर ओवरवेट लोगों में नींद की कोई न कोई समस्या देखी जाती है मसलन स्लीप अपनेया(नींद के दौरान सांस की आवाजाही में अवरोध से पैदा खर्राटे )जिससे बारहा नींद टूटती है ,आँख खुल जाती है ।
लेकिन यह कहना अनुमेय ही है दोनों में कौन किसका पोषण किसकी वजह बन रहा है ,मोटापा नींद में खलल की या नींद में खलल मोटापे की ?
मुर्गी पहले या अंडा पहले आया .प्रस्तुत संदर्भित अध्ययन इस सवाल का ज़वाब देता लगता है क्योंकि यह अध्ययन सामान्य वजन (कद काठी के अनुरूप आदर्श वजन )वाले लोगों पर ही संपन्न हुआ है ।
अमरीकी हार्ट असोशियेशन की कोंफरेंस में यह अध्ययन आज हीएटलांटा में प्रस्तुत किया गया है जिसमे १३ मर्द और इतनी ही औरतों ने शिरकत की है .इनकी उम्र ३०-४५ के बीच रही तथा ये सभी सामान्य कद काठी के अनुरूप वजन वाले लोग थे .हेल्दी स्लीपर्स थे .अच्छी नींद लेते थे ।
२-६ दिन इन्हें एक स्लीप लेब में रहकर बिताने पड़े .पहले चरण में इन्हें ९ घंटे तक सोने का मौक़ा दिया गया जबकि दूसरे चरण में इसे घटाकर ४ घंटा कर दिया गया .न इन्हें लेब से बाहर जाने की अनुमति थी न ऊंघने की नेप लेने की .पहले चरण में इन्होने सीरियल और मिल्क की नियत खुराक दी गई लंच में फरोजां एंट्रीज़ दी गईं .
दूसरे चरण में इन्हें मनमाना खाने की छूट थीइस एवज इन्हें शोपिंग एलाउएंस भी दिया गया . .बस एक ही बंदिश थी :वही खाद्य यह खरीद सकते थे जिस पर साफ़ साफ़ पोषक तत्वों की, केलोरीज़ की जानकारी दी गई थी .
दूसरे चरण में (नींद से महरूमी के दौर में )इन लोगों ने न सिर्फ ज्यादा केलोरीज़ का भोजन लिया यह भोजन केलोरी डेंस भी था हाई फैट एंड हाई -प्रोटीन भी .आइसक्रीम इन्होने सबसे ज्यादा पसंद की .(ज़ारी ...)

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