हनी ,कोर्न सिरप और फ्रुक्टोज़ युक्त खाद्य ,त्विज्लर्स को चोकलेट की जगह देना भी भला नहीं है यूरिनरी इन -कोंटिनेंस में भले उतना विधिवत अध्ययन सुग्री ड्रिंक्स और अ-संयमित मूत्र त्याग को लेकर नहीं हुआ है जितना एल्कोहल और केफीन को लेकर हो चुका है .
कृत्रिम सुगर भी अच्छी नहीं है यूरिनरी इन -कोंतिनेंस में ।अध्ययनों से इतना तो पुष्ट हो ही चुका है .
अर्ज -इन्कोंतिनेंस को उग्र बना सकतीं हैं ये तमाम चीज़ें ।
इसका मतलब यह नहीं है शक्कर को हाथ ही न लगाया जाए .बेशक यह इक संतुलित खुराक का हिस्सा बनी रहे .मोडरेशन इज दी "की" .
मंगलवार, 22 मार्च 2011
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