बाई -पोलर डिस -ऑर्डर /बाई -पोलर इलनेस ?
जैसा इसके नाम से ही पता लगता है यह दो ध्रुवों के बीच झूलना है अवसाद (डिप्रेशन )और मेनिया (जोम ).उत्तरी ध्रुव् आर्कटिक और दक्षिणी एन-टार्क्तिका की तरह हैं इसके दो छोर ,दो विपरीत स्थितियां इक जिसमे सुस्ती इतनी की मरीज़ थूक न निगल पाए न थूक पाए और दूसरी स्थिति वह जिसमे विचारों की धारा थामे न थामे ,विचारों की धार इक आवेग पैदा करे और मरीज़ लिख रहा है तो घंटों लिखता ही चला जाए .अकसर इस फेज़ में मरीज़ का व्यवहार गैर -तार्किक और अति -प्रधान होता है .तर्क की कसोटी पर कहीं खरा नहीं उतरेगा यह व्यवहार .बेशाख्ता ठण्ड पड़रही है .बरसात भी गिर रही है हवाएं भी सर्द हैं ,मरीज़ चिंतन प्रधान मुद्रा में "टू एंड फ्रो खुले में घूम रहा है .जा कहीं नहीं रहा है .विचार घुमा रहा है उसे ।
"बाई -पोलर डिस -ऑर्डर गेट्स यु टू कमिट एक्ट्स ऑफ़ एक्सेस देत नो बडी आउट -साइड ऑफ़ कोंग्रेस कैन गेट अवे विद "-सेज स्टीवन .डी .होल्लों ,पीएच .डी .,प्रोफ़ेसर ऑफ़ साइकोलोजी ,वान्दर्बिल्ट यूनिवर्सिटी ,नश्विले कैम्पस .(ज़ारी ....).
बुधवार, 23 मार्च 2011
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