क्या ग्लूकोमा (काला मोतिया )और मधुमेह में कोई अंतर -सम्बन्ध है ?
कालामोतिया नेत्र रोग जिसमे नेत्र दाब बढ़ जाता है आमतौर पर किसी को भी हो सकता है .रोग निदान न हो पाने पर अचानक बीनाई (विजन )जा भी सकता है .अंधत्व की इक वजह ग्लूकोमा भी बना हुआ है ख़ास कर उन मामलोंमे जिनमे रोग निदान में देरी या फिर रोग निदान के बाद भी लापरवाही बरती जाती है .वैसे इसका कामयाबी के साथ इलाज़ (लेज़र चिकित्सा )की जाती है .आई ड्रोप्स भी ओक्युलर प्रेशर को सामान्य बनाए रखने के लिए दी जातीं हैं .
अलबत्ता मधुमेह के उन रोगियों में जिनका मधुमेह बे -काबू हो जाता बहुत ज्यादा बढ़ जाता है इसका ख़तरा भी पैदा हो जाता है अलावा दाय्बेतिक रेटिनो -पैथी के।
ब्रीफ्ली ग्लूकोमा इज एन आई डिस -ऑर्डर मार्कड बाई एब्नोर्मली हाई - ओक्युलर प्रेशर विधिन दी आई बाल देट लीड्स टू डेमेज ऑफ़ ऑप्टिक डिस्क .इट इज ए कंडीशन ऑफ़ ऑप्टिक डिस्क इन व्हिच ए लोस ऑफ़ रेटिनल नर्व फाइबर्स लीड्स टू लोस ऑफ़ विज़न .दी मोस्ट सिग्नीफिकेंट एंड मेनेजिबिल रिस्क फेक्टर इज दी प्रेशर इन दी आई .
शुक्रवार, 18 मार्च 2011
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