ड्राई -आई ,हैं क्या इसके सिम्टम्स(लक्षण )?
"इट हर्ट्स व्हेन यु गेट अप इन दी मोर्निंग "आपको लगता है आँख में कुछ किरकरा रहा है जबकि वहां कुछ नहीं है .सिवाय स्तिन्गिंगऔर बर्निंग सेंसेशन के ,जलन और चुभन के ,जो आँखों को रगड़ने से शांत होती सी लगे है ।
लेकिन माहिरों के अनुसार आँखों को कभी रगड़ना नहीं है इससे इक तरफ यदि आपकी आँखों में कोई एलर्जी है तो उसके लक्ष्ण उग्र हो जायेंगें दूसरी तरफ कोर्निया भी विकृत (दिफोर्म )हो सकती है ।
अलबत्ता यदि आँखों को रिफ्लेक्स के तहत रगड़ने के बाद भी खुजली ज़ारी रहती है आँखों में तो यह एलर्जी के लक्षण हो सकतें हैं .
कारण क्या क्या हो सकतें हैं ड्राई आई के ?
असली वजह तो आँखों में आंसुओं का कम या बिलकुल भी न बन पाना है .बनकर जल्दी से वाष्पित हो जाना ,इवापोरेट हो जाना है .या फिर आंसुओं के निर्मान के लिए ज़रूरी तत्वों की कमी है ।जबकि आँखों में आंसुओं का बनना आँखों को अनेक रोग संक्रमणों से बचाए रहता है क्योंकि आंसुओं में न सिर्फ प्रोटीन और इलेक्ट्रो -लाइट्स होतें हैं ,विटामिन्स भी मौजूद रहतें हैं .
नेत्र रोगों के माहिर इसकी जांच के लिए "आंसू बनने की दर ,रेट ऑफ़ टीयर प्रोडक्शन का पता लगातें हैं ।
अलावा इसके एक्सेसिव स्मोक एक्सपोज़र ,ओल्ड एज ,औरतों में हारमोनों में होने वाले बदलाव ,ड्राई एयर ,एलर्जी से बचाव के लिए एंटी -हिस्तामिंस का स्तेमाल ,गर्भ -निरोधी गोलियां ,अवसाद रोधी एंटी -डिप्रेसेंट्स दवाएं .भी इसकी वजह बन सकतीं हैं ।
कुछ बीमारियाँ गंभीर किस्म की ,लुपुस ,स्जोग्रेंज सिंड्रोम ,र्युमेतिक आर्थ -राइटिस आदि भी ड्राई आई की वजह बनतीं हैं ।
ज़रूरी है अपने माहौल में स्मोक से बचा जाए ,विंडी लोकेशन से बचें ,एयर -कंडीशनर की हवा सीधे सीधे आप के चेहरे पर न पड़े ।
मौसमी एलर्जीज़ ड्राई -आई को और भी ज्यादा तकलीफ पहुंचा सकतीं हैं .क्योंकि पोलन(हवा में तैर कर कहीं भी पहुँचने वाले अन्य प्रत्यू - ऊर्जात्मक पदार्थ ,एलर्जन्स) को तनुकृत ,दाय्ल्युत करने के लिए ड्राई -आँख में आंसू नहीं हैं .
बचाव और समाधान :
आर्टिफिशियल टीयर्स का स्तेमाल नेत्र रोगों के माहिर तजवीज़ करतें हैं .ह्युमिडिफायर का स्तेमाल लाभ पहुंचाता है .पुष्टिकर तत्वों की आपूर्ति ,फिश आयल ,ओमेगा -३ फेटि -एसिड्स ,फ्लेक्स सीड्स आदि लाभ पहुंचा सकतें हैं लेकिन यदि और कोई मेडिकल कंडीशन भी साथ में चल रही है तो अपने स्पेशलिस्ट से परामर्श के बाद ही इनका सेवन करें ।
पुन्क्टाल प्लग्स इन दी टीयर ड्रेनेज केनाल ऑफ़ ईच आई लिड हेल्प बाई प्रिज़र्विंग दी टीयर्स देट यु आर एबिल टू मेक बाई रिद्युसिंग दी अमाउंट ऑफ़ टीयर्स ड्रेनिंग फ्रॉम योर आई .
सोमवार, 21 मार्च 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें